विश्लेषण : सीएम सहित चार मंत्री, चार संसदीय सचिव के सामने भाजपा के मजबूत चेहरे, चंद्रशेखर साहू संतोष उपाध्याय परेश बागबाहरा को निराशा, भाजपा को भीतरघात का डर !
डॉ. अनिल दिेवेदी
रायपुर. भारतीय जनता पार्टी ने छत्तीसगढ़ के आगामी विधानसभा चुनाव हेतु 21 सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं. नतीजन सीएम सहित चार मंत्री, चार संसदीय सचिव और कांग्रेस विधायकों की किस्मत दांव पर है. भाजपा नेता चंद्रशेखर साहू, संतोष उपाध्याय, परेश बागबाहरा को निराशा हाथ लगी है.
कांग्रेस विधायक प्रेमसाय सिंह टेकाम के सामने भाजपा ने प्रतापपुर से शकुंतला सिंह पोर्ते को टिकट दी है. मुकाबला कड़ा होने की उम्मीद है.
रामानुजगंज सीट से भाजपा ने राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम को मैदान में उतारा है. यहां से कांग्रेस विधायक बृहस्पत सिंह हैं जिनकी छबि खराब बताई जाती है. कांग्रेस को नया चेहरा देना होगा.
लुण्ड्रा विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक डॉ प्रीतम राम विधायक हैं. इनके सामने भाजपा ने प्रबोध भिंज को उतारा है जोकि युवा चेहरा हैं. कांग्रेस को नया चेहरा देना होगा.
कोरबा से जयसिंह अग्रवाल विधायक और राजस्व मंत्री हैं, इनके सामने लखनलाल देवागंन को भाजपा ने टिकट दी है. मुकाबला कड़ा होने की उम्मीद है. वे लगातार विधायक बने हैं. जयसिंह की टिकट काटना कांग्रेस के लिए मुश्किल होगा.
खरसिया सीट पर भी उलटफेर हुआ है. यहां से भाजपा ने महेश साहू को टिकट दी है, मंत्री उमेश पटेल विधायक हैं लेकिन उनकी छबि ठीक है इसलिए मुकाबला कड़ा होगा.
धरमजयगढ़ सीट से संसदीय सचिव लालजीत सिंह राठिया विधायक हैं, जिनका मुकाबला भाजपा के हरीश चंद्र राठिया से होना है. कांग्रेस विधायक के खिलाफ एंटीइनकमबेंसी है. प्रत्याशी बदलना होगा कांग्रेस को.
मरवाही सीट से भाजपा ने नया चेहरा प्रणव कुमार मरपच्ची को उतारा है. यहां से फिलहाल कांग्रेस के के.के. धु्व विधायक हैं. यह सीट पहले जोगी कांग्रेस के पास थी इसलिए त्रिकोणीय मुकाबला होगा.
सरायपाली सीट से कांग्रेस के विधायक किस्मत लाल नंद हैं, यहां से भाजपा ने वरिष्ठ नेत्री सरला कोसरिया को प्रत्याशी बनाया है. मुकाबला कड़ा होने के आसार हैं.
खल्लारी सीट से कांग्रेस के द्वारकाधीश यादव विधायक हैं, भाजपा ने इस बार महिला प्रत्याशी उतारते हुए अलका चंद्राकर को टिकट दी है. इस बार यहां से भाजपा के पूर्व विधायक परेश बागबाहरा ने दावेदारी की थी लेकिन पार्टी ने उनका पत्ता साफ कर दिया. कांग्रेस को नया चेहरा देना होगा.
अभनपुर सीट से कांग्रेस के विधायक धनेन्द्र साहू हैं. भाजपा ने इन्द्र कुमार साहू को मैदान में उनके सामने खड़ा किया है. पूर्व मंत्री चंद्रशेखर साहू को गहरा झटका लगा है, उन्हें टिकट मिलने की उम्मीद थी. ऐसे में भाजपा में भीतरघात हो सकता है.
राजिम सीट से कांग्रेस के विधायक अमितेष शुक्ल हैं जिनके सामने भाजपा ने युवा चेहरा रोहित साहू को खड़ा किया है. यहां से पूर्व विधायक संतोष उपाध्याय ने दावेदारी जताई थी. इसी तरह पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष श्वेता शर्मा को भी बड़ी निराशा हाथ लगी है. अमितेष खुद दो बार चुनाव हार चुके हैं. इस बार भी उनकी हालत पतली है.
सिहावा विधानसभा सीट से कांग्रेस की विधायक डॉ. लक्ष्मी धुव हैं जहां से भाजपा ने श्रवण मरकाम पर दांव खेला है. धु्र्व की हालत खस्ता बताई जाती है. कांग्रेस को नया चेहरा देना होगा.
डौडीलोहारा सीट से महिला बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया विधायक हैं, जिनके सामने भाजपा ने देवलाल हल्बा ठाकुर को टिकट दी है. यहां मुकाबला कड़ा होने की उम्मीद है.
सबसे ज्यादा नजर पाटन सीट पर है जहां से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल हैं. यहां से भाजपा ने लोकसभा सांसद विजय बघेल को प्रत्याशी बनाकर तय कर दिया है कि भाजपा सीएम को वाकओवर नही दे सकती. हालांकि भूपेश बघेल की छबि बहुत अच्छी है, चुनाव जीत सकते हैं.
खैरागढ़ सीट से भाजपा ने विक्रांत सिंह को टिकट दी है. वे लगातार दो बार से प्रयास कर रहे थे. पर चूंकि विक्रांत सिंह रमनसिंह के रिश्तेदारी में लगते हैं इसलिए उनकी टिकट कटती रही थी लेकिन इस बार टिकट पाने में कामयाब हो गए. यहां से कांग्रेस की यशोदा वर्मा विधायक हैं. विक्रांत की स्थिति ज्यादा मजबूत है. कांग्रेस को चेहरा बदलना होगा.
खुज्जी विधानसभा से कांग्रेस की छन्नी साहू विधायक हैं. भाजपा ने इनके सामने गीता घासी साहू को उम्मीदवार बनाया है. पहले यह सीट भाजपा के पास ही थी तथा रजिंदरपाल सिंह भाटिया चुनाव जीतते थे इसलिए कांग्रेस को नया चेहरा देना होगा.
मोहला मानपुर सीट से भाजपा ने पूर्व विधायक रह चुके संजीव शाह को फिर से टिकट दी है. इसके पहले भी वे दो बार विधायक रह चुके हैं लेकिन बाद में डॉ. रमनसिंह से ‘कटटी’ हो जाने के चलते इनकी टिकट कटती रही. संजीव शाह राजघराने से भी जुडे हुए हैं. यहां से कांग्रेस के इंद्रशाह मंडावी विधायक हैं. भाजपा यह सीट जीत सकती है.
कांकेर से भाजपा ने आशाराम नेताम को टिकट दी है. फिलहाल यहां से संसदीय सचिव शिशुपाल सिंह सोरी विधायक हैं. भाजपा को यहां भीतरघात हो सकता है.
बस्तर से मनीराम कश्यप को भाजपा ने टिकट दी है. यहां से बस्तर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष लखेश्वर बघेल कांग्रेस के विधायक हैं. कांग्रेस यहां फिलहाल मजबूत है.