केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री मनसुख मांडविया की पत्रकारवार्ता : पांच साल में चार करोड़ रोजगार देंगे, दस लाख का मकान बनाएंगे तो ढाई लाख केन्द्र सरकार देगी, रोजगार के इंटरनेशनल विकल्प देने का वादा
बिगुल
रायपुर. केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री मनसुखभाई मांडविया आज राजधानी पहुंचे तथा उन्होंने केन्द्र सरकार के बजट पर पत्रकारवार्ता को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि पांच साल में चार करोड़ रोजगार देंगे तथा शहरी क्षेत्रों में 10 लाख करोड से शहरी आवास का निर्माण किया जायेगा. यानि दस लाख का मकान होगा तो केन्द्र सरकार ढाई लाख देगी. जिसके पास भी लाख दो लाख रूपये होगा, वह अपना मकान बना सकेगा.
प्रदेश भाजपा कार्यालय परिसर में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री मनसुखभाई मांडविया ने कहा कि केन्द्र सरकार ने आनलाइन ई पोर्टल की शुरूआत की है जिसमें कंपनियां रजिस्ट्रेशन करवाकर कुशल और प्रशिक्षित युवाओं की जानकारी हासिल कर सकती हैं ताकि उन्हें रोजगार दे सकें. इसी तरह जिन युवाओं को रोजगार चाहिए, वे भी इसमें रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं ताकि उन्हें भी रोजगार मिल सके. श्री मांडविया ने आगे कहा कि जनजातीय सेक्टर में भी स्कूल इत्यादि की व्यवस्था करने की योजना है, प्रावधान किया गया है. छत्तीसगढ़ के आदिवासियों को इसका लाभ मिलेगा.
पूर्व में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय संभाल चुके केंद्रीय मंत्री मनसुखभाई मांडविया ने कहा कि हमारी सरकार की प्राथमिकता महिलाओं का सशक्तीकरण, उनका विकास, उनके लिउ रोजगार का निर्माण करने की है साथ ही उन्हें काम के दौरान असुविधा ना हो, वे अपने बच्चों को हॉस्टल में रख सकें इसका प्रावधान बजट में किया गया है. उन्होंने कहा कि मेनुफेक्चरिंग सेक्टर में हम कैसे भागीदारी कर सकते हैं, इसे सुनिश्चित करने के लिए हमने बजट में कई प्रावधान किए हैं. ई कॉमर्स का विकल्प हम दे रहे हैं, पीपीपी मॉडल से हम इंटरनेशनल व्यापार मॉडल विकसित करेंगे ताकि देश के युवाओं को इंटरनेशनल बाजार में नौकरी के विकल्प मिल सकें.
श्री मांडविया ने कहा कि केंद्रीय बजट हमारी सरकार का विजन है कि हमारी सरकार पांच साल किस तरह विकास के काम करेगी. हमारी सरकार स्ट्रीट फूड पर फोकस करेगी ताकि युवाओं को रोजगार के नए साधन मिल सकें. शहरी क्षेत्रां में 10 लाख करोड रूपये से शहरी आवास का निर्माण किया जायेगा. अगर आपका दस लाख का मकान होगा तो केन्द्र सरकार ढाई लाख देगी. जिसके पास भी लाख, दो लाख रूपये होगा, वह अपना मकान बना सकेगा. उन्होंने कहा कि छोटे गरीब लोग स्लम में रहते हैं, यह चिंताजनक है. मैंने देखा कि रिक्शा चलाने वाले व्यक्ति को हमारी योजना से लाभ मिला और उसे आवास मिल सका. ऐसी ही एक लाभाथी महिला ने कहा कि क्या आप हमारे घर चाय पीने आएंगे तो मैंने कहा कि हम भोजन करने आएंगे. और मैं उसके घर अपने एक पीए के साथ गया, वहां भोजन किया जब मैं चुनाव का फार्म भरने गया तो उसी महिला को साथ ले गया. उसने मेरा नामांकन भरा. तो इस तरह हमारी सरकार की योजनाओं का लाभ मिल रहा है.
उन्होंने बताया कि पहले साढे तीन हजार करोड का बजट था अब वह सात लाख करोड का हो गया है. 2924 में 11 लाख करोड़ रूपया इन्फ्रास्ट्रचर में लगाया तो इसका लाभ आम नागरिक को ही मिलता है, रोजगार का निर्माण भी होता है.