छत्तीसघाट

बाल संप्रेषण गृह का स्वास्थ्य विभाग ने किया निरीक्षण, त्वचा और मलेरिया बीमारी फैलने की मिली जानकारी

बिगुल
कोरबा में बारिश के मौसम में पैदा होने वाले खतरे को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है। विभाग की एक टीम के द्वारा कोरबा के बाल संप्रेषण गृह का निरीक्षण किया गया। यहां पर त्वचा एवं मलेरिया का असर होने को लेकर आवश्यक प्ररीक्षण कराया गया। जिला मुख्यालय कोरबा स्थित बाल संप्रेषण गृह में कई प्रकार की समस्याएं मौसम के कारण बनी है

चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर एसएन केसरी ने बताया कि बाल संप्रेषण गृह में बीमार होने की सूचना मिली थी जहां स्वास्थ्य विभाग की टीम जांच के लिए गई हुई थी 8 लोगों को पाया गया जहां दवा देख कर इलाज किया गया है।

इस मामले में ‘जिला बाल संरक्षण अधिकारी को शो कॉज नोटिस जारी भी किया गया ।बताया जा रहा है कि कोरबा में बाल सम्प्रेक्षण गृह के बच्चों और स्टाफ को चेचक होने की जानकारी जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग को नहीं दिए जाने और चेचक के रोकथाम के प्रयास नहीं किये जाने को लेकर जिला बाल संरक्षण अधिकारी दयादास महंत को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।

इससे पूर्व भी बाल सम्प्रेक्षण गृह को लेकर काफी लापरवाही बरती गई है। जिसके चलते कुछ ही दिनों के अंतराल में 4 बच्चे यहां से भाग चुके हैं। बीते दिनों जो दो बच्चे भागे थे, वे पोक्सो के मामले में बंद थे और एक के परिजनों ने उसे वापस यहां पहुँचाया और दूसरा पाली में अपने गांव नोनबिर्रा में मिला। एक खुलासा यह भी हुआ है कि ये बच्चे दीवार फांदकर नहीं बल्कि प्रहरी के पास मौजूद चाबी को चुराकर मेन गेट से ही फरार हुए थे। बाल सम्प्रेक्षण गृह को लेकर हो रही लापरवाही के बाद यहां का प्रशासनिक प्रभार बजरंग सांडे से वापस लेते हुए महिला एवं बाल विकास अधिकारी गजेंद्र देव सिंह को सौंपा गया है।

बता दें कि बाल सम्प्रेक्षण गृह में काफी अव्यवस्था और गन्दगी का आलम है, साथ ही यहां की सुरक्षा व्यवस्था भी काफी कमजोर है। इसीके चलते बच्चे अक्सर यहां से भाग जाते हैं। अब इस मामले को गंभीरता से लेते हुए बाल सम्प्रेक्षण गृह के लिए किराये के नए भवन की तलाश शुरू कर दी गई है। हालांकि इसके लिए सरकारी भवन कोहड़िया में बन चुका है, मगर एप्रोच रोड का निर्माण नहीं होने और पर्याप्त स्टाफ नहीं होने के चलते वह शिफ्टिंग में अभी वक्त लगेगा, इसलिए किसी दूसरे भवन में इस संस्था को शिफ्ट करने के प्रयास शुरू हो गए हैं।

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