यूनिसेफ छत्तीसगढ़ में सकारात्मक बदलाव लाने में सफल : कुपोषण, निरक्षरता और बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य जैसे प्रोजेक्टस पर काम रहे हैं हम : अभिषेक सिंह

बिगुल
रायपुर. यूनिसेफ छत्तीसगढ़ की ओर से आज चुनिंदा संपादकों के लिए मीडिया संवाद कार्यक्रम राजधानी के पंचतारा होटल में रखा गया. यूनिसेफ के सामाजिक एवं व्यवहार परिवर्तन विशेषज्ञ ने संपादकों से चर्चा की तथा यूनिसेफ के प्रोजेक्टस के बारे में बताते हुए उनके सवालों के उत्तर भी दिए।
श्री सिंह ने बताया कि यूनिसेफ छत्तीसगढ़ कई जिलों में स्वच्छता पखवाड़ा आयोजित कर रहा है जिससे हम स्कूली बच्चों में जल, स्वच्छता एवं सफाई के व्यवहार को समझने में सफल रहे। इसके अलावा यूनिसेफ मेलन्यूट्रिशियन, साक्षरता, मानसिक स्वास्थ्य प्रशिक्षण, स्वच्छता अभियान इत्यादि पर फोकस करके काम कर रहा है! उन्होंने कहा कि प्रोजेक्टस की सफलता के साथ हम कई इलाकों में सकारात्मक बदलाव लाने तथा गरीब बच्चों और परिवारों की सेहत को सशक्त बनाने में सहायक हुए हैं।
अभिषेक सिंह ने बताया कि यूनिसेफ बाल विवाह मुक्त छत्तीसगढ़ की संकल्पना पर काम कर रहा है, हम बालिकाओं और उनके परिवारों को जागरूक कर रहे हैं! हाल ही में हमने मोहला मानपुर जिले में गंभीर कुपोषित बच्चों के लिए संवर्धित टेक होम राशन वितरण का शुभारंभ किया! यह कुपोषण उन्मूलन के लिए सार्थक कदम रहा।
प्रमुख मीडिया संपादकों के साथ विमर्श करते हुए यूनिसेफ के सामाजिक एवं व्यवहार परिवर्तन विशेषज्ञ अभिषेक सिंह ने कहा कि यूनिसेफ छत्तीसगढ और जिला सुकमा के सहयोग से रैली निकालकर स्वच्छता, प्लास्टिक के उपयोग में कमी लाना और सफाई के महत्व के बारे में जागरूक कर रहा है! सभी जगह हमें जिला प्रशासन का सहयोग भी मिलता है! उन्होंने बताया कि विगत दिनों यूनिसेफ झारखंड और ओडिशा की टीमों ने जशपुर, छत्तीसगढ़ का दौरा किया। इस यात्रा का उद्देश्य राष्ट्रीय सिकल सेल उन्मूलन मिशन में जशपुर की अभूतपूर्व सफलता को समझना था, जो लक्षित जनसंख्या का 100% सिकल सेल रोग स्क्रीनिंग पूरा करने वाला देश का पहला जिला बना है! उन्होंने बताया कि यूनिसेफ ने धमतरी जिले में दो दिन के जल जगार महोत्सव में भी हिस्सा लिया।
इस अवसर पर यूनिसेफ की ओर से मीडिया सलाहकार सुश्री दिव्या दुबे ने सभी मीडिया संपादकों का परिचय कराया तथा चर्चा में भाग लेने के लिए आभार जताया!



