Blog

दंतेवाड़ा में ‘लोन वर्राटू’ अभियान का असर, तीन इनामी नक्सली सहित 26 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

बिगुल
दंतेवाड़ा जिले में चलाए जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान ‘लोन वर्राटू’ (घर वापस आइए) और राज्य सरकार की पुनर्वास नीति के प्रभाव से तीन इनामी नक्सलियों सहित कुल 26 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है। यह आत्मसमर्पण सात अप्रैल को दंतेवाड़ा के डीआरजी कार्यालय में हुआ। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में विभिन्न संगठनों के सक्रिय सदस्य शामिल हैं, जो नक्सलवाद की हिंसा, शोषण और जंगल में कठिन जीवन से तंग आकर मुख्यधारा में शामिल होने का फैसला लिया।

जिला पुलिस बल और सीआरपीएफ द्वारा लगातार संपर्क, संवाद और सरकार की पुनर्वास नीति के व्यापक प्रचार-प्रसार के जरिए नक्सलियों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। इस अभियान के तहत अब तक 224 ईनामी सहित कुल 953 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में एक आमदई एरिया जनमिलिशिया कमांडर, एक गमपुर आरपीसी जनताना सरकार अध्यक्ष, 20 बेचापाल आरपीसी मिलिशिया, सीएनएम और डीएकेएमएस सदस्य, तीन केशकुतुल आरपीसी मिलिशिया और डीएकेएमएस सदस्य और एक गुड़से आरपीसी डीएकेएमएस सदस्य है।

पुनर्वास नीति के तहत सहायता
आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को छत्तीसगढ़ सरकार की नवनिर्मित पुनर्वास नीति के तहत 50 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इसके अलावा, उन्हें स्किल डेवलपमेंट के लिए प्रशिक्षण, कृषि भूमि और अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी।

आत्मसमर्पण का कारण
नक्सलियों ने आत्मसमर्पण के पीछे माओवादी संगठनों की अमानवीय और आधारहीन विचारधारा, स्थानीय आदिवासियों पर अत्याचार, हिंसा, संगठन के भीतर आंतरिक मतभेद और जंगल में रहने की कठिनाइयों को प्रमुख कारण बताया। “लोन वर्राटू” अभियान ने उन्हें समाज में वापसी का रास्ता दिखाया।

Show More

The Bigul

हमारा आग्रह : एक निष्पक्ष, स्वतंत्र, साहसी और सवाल पूछती पत्रकारिता के लिए हम आपके सहयोग के हकदार हैं. कृपया हमारी आर्थिक मदद करें. आपका सहयोग 'द बिगुल' के लिए संजीवनी साबित होगा.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button