ऑपरेशन मुस्कान’ फिर बना उम्मीद की किरण, पुलिस ने बचाई एक महिला की जिंदगी, 119 लोगों को घर पहुंचाया

बिगुल
जशपुर पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह के नेतृत्व में चलाया जा रहा “ऑपरेशन मुस्कान” एक बार फिर अपने नाम के अनुरूप काम करता दिखा। इस ऑपरेशन के तहत पुलिस ने समय रहते एक अधेड़ महिला को न केवल अनहोनी से बचाया, बल्कि उसे उसके परिजनों से मिलाकर एक परिवार की टूटती कड़ी को फिर से जोड़ दिया। दरअसल, रायगढ़ जिले के लैलूंगा थाना क्षेत्र की रहने वाली एक महिला शुक्रवार दोपहर अपने घर से बिना बताए नाराज होकर निकल गई थी।
परिजनों को उसकी कोई खबर नहीं थी। सूचना मिलते ही कुनकुरी थाना पुलिस हरकत में आई। प्रधान आरक्षक रामानुजम पांडे ने बस स्टैंड पहुंचकर लैलूंगा से आने वाली बस का इंतजार किया। बस आने पर बताए गए हुलिए से मिलती एक महिला की पहचान की गई। पूछताछ में महिला ने बताया कि वह अपनी बहू और बेटे के व्यवहार से नाराज होकर आत्मघाती कदम उठाने की सोच रही थी और जशपुर में रहने वाली अपनी बेटी की सहेली के पास जा रही थी।
संवेदनशीलता का परिचय देते हुए पुलिस ने महिला को थाने लाकर उसके बेटे अरुण कुमार बेहरा से संपर्क किया, जो दो घंटे में थाने पहुंच गया। पुलिस ने दोनों की बात कराई, समझाइश दी और फिर मां को बेटे के सुपुर्द कर दिया। “ऑपरेशन मुस्कान” के आंकड़े बताते हैं कि जशपुर जिले में अब तक इस पहल के तहत 119 गुमशुदा व्यक्तियों को सकुशल ढूंढकर उनके परिजनों से मिलाया जा चुका है। इनमें बच्चे, महिलाएं, बुजुर्ग और मानसिक रूप से अस्वस्थ लोग भी शामिल हैं। एसएसपी शशि मोहन सिंह का कहना है हर लापता व्यक्ति के पीछे एक पूरा परिवार परेशान होता है। ऑपरेशन मुस्कान का मकसद सिर्फ तलाश नहीं, बल्कि टूटते रिश्तों को जोड़ना भी है।



