कांकेर में महतारी एक्सप्रेस में मेडिकल टेक्नीशियन न होने से नवजात की मौत, बिलासपुर में टीके ने ली बच्ची की जान

बिगुल
छत्तीसगढ़ में लगातार स्वास्थ्य व्यवस्था के बदहाली की खबरें सामने आ रही है. इसी बीच कांकेर के पखांजुर इलाके से एक दिल को दहला देने वाली घटना सामने आई है. जहां महतारी एक्सप्रेस 102 में इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन (EMT) न होने के कारण एक नवजात शिशु की मौत हो गई. वहीं बिलासपुर के आंगनवाड़ी में 2 माह के नवजात को एक साथ चार टीके लगाए गए जिसके 24 घंटे बाद उसकी मौत हो गई.
महतारी एक्सप्रेस में EMT न होने से नवजात की मौत
कांकेर के कोयलीबेड़ा में पुल नहीं होने के चलते महतारी एक्सप्रेस संजीवनी वाहन घर तक नहीं पहुंच पाया. गर्भवती महिला का प्रसव घर में ही इमरजेंसी सुविधाओं के बगैर हो गया. वहीं परिजन चारपाई पर लादकर 102 तक जच्चे-बच्चे को पखांजुर सिविल अस्पताल तक लाए. दुर्भाग्यवश उस समय महतारी एक्सप्रेस संजीवनी वाहन में कोई इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन (EMT) मौजूद नहीं था. जिससे जिससे नवजात शिशु की मौत हो गई. पखांजुर सिविल अस्पताल में महिला का इलाज जारी है.
बिलासपुर में टीके ने ली बच्चे की जान
बिलासपुर जिले के धुरीपारा के आंगनबाड़ी केंद्र में एक दो महीने की बच्ची को टिका लगाया गया. टीका लगने के 24 घंटे के अंदर ही बच्ची की जान चली गई. जानकारी के मुताबिक, धुरीपारा के आंगनबाड़ी केंद्र में मृतक बच्ची को चार टीके लगाए गए थे. बच्ची की मौत के बाद परिजन उसके शव को लेकर आंगनबाड़ी केंद्र पहुंचे और जमकर हंगामा किया.
इसके बाद नवजात का शव लेकर कलेक्टर ऑफिस घेरा गया और स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई.