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दो महीने से वेतन नहीं मिला: छत्तीसगढ़ के 16 हजार NHM संविदा स्वास्थ्यकर्मी आर्थिक संकट में फंसे, बलौदाबाजार में कर्मचारियों ने सौंपा ज्ञापन

बिगुल
​छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य सेवाओं की रीढ़ माने जाने वाले NHM के संविदा कर्मचारियों का धैर्य जवाब देने लगा है। करीब दो महीनों से इन कर्मचारियों को वेतन नहीं मिला है, जिसकी वजह से उनके सामने आर्थिक संकट गहराता जा रहा है।

पूरे प्रदेश (Chhattisgarh) में करीब 16 हजार कर्मचारी लगातार बिना वेतन के काम कर रहे हैं। इन संविदा कर्मचारियों का कहना है कि वह रोज स्वास्थ्य सेवाएं दे रहे हैं लेकिन उनकी मेहनत की कमाई रोक दी गई है।

बलौदाबाजार में 516 कर्मचारियों का वेतन नहीं मिला
बलौदाबाजार (Balodabazar) जिले में भी हालात कुछ अलग नहीं हैं। यहां 516 संविदा NHM स्वास्थ्य कर्मचारियों को अक्टूबर और नवंबर का वेतन नहीं मिला है। कर्मचारियों का आरोप है यह उनके 33 दिनों तक चले आंदोलन का बदला है। इस हड़ताल में पूरे राज्य के कर्मचारी शामिल थे। कर्मचारियों ने बताया कि उनकी मांगों पर सहमति बनाने के बाद हड़ताल खत्म किया गया था, लेकिन वेतन अब तक जारी नहीं किया गया।

वेतन नहीं मिलने से परिवार का खर्च उठाना मुश्किल
कर्मचारियों का कहना है कि वेतन नहीं मिलने से परिवार का खर्च उठाना मुश्किल हो गया है। बच्चों की स्कूल फीस, घर का किराया, बैंक ईएमआई और रोजमर्रा की जरूरतों की पूर्ति करना मुश्किल हो गया है। कर्मचारियों ने बताया कि स्वास्थ्य सेवा देना उनकी प्राथमिक जिम्मेदारी है और उन्होंने पूरे संकट के दौरान भी अपनी ड्यूटी निभाई। लेकिन विभाग ने उनकी मेहनत का भुगतान रोक दिया है।

कर्मचारियों ने इस मुद्दे को लेकर एक बार फिर कलेक्टर से मुलाकात की और ज्ञापन सौंपा। उन्होंने आश्वस्त किया कि हड़ताल खत्म हुए महीनों बीत चुके हैं लेकिन वेतन अब तक जारी नहीं किया गया। कर्मचारियों का कहना है कि सरकार से मिले आश्वासन पर उन्हें भरोसा था लेकिन अब इंतजार लंबा होता जा रहा है। कई कर्मचारियों की सेवा बहाली भी लंबित है, जबकि वे आंदोलन के दौरान ड्यूटी कर रहे थे।

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