भाजपा का घोषणा-पत्र : इसके बहाने भगवा दल के अंत:पुर में झांक रहे हैं वरिष्ठ पत्रकार डॉ.अनिल द्विवेदी. पढ़िए रोचक विश्लेषण
डॉ.अनिल द्विवेदी
छत्तीसगढ़ का चुनावी रण जब आकार ग्रहण कर चुका है तब भारतीय जनता पार्टी ने सबसे पहले घोषणा—पत्र लांच करके कांग्रेस को दूसरा झटका दिया है. पहला झन्नाटा विधानसभा टिकट की पहली सूची जारी करना था. 2018 में कांग्रेस के बाद घोषणा—पत्र लाने के बावजूद भाजपा सरकार नही बना सकी थी इसलिए मत चूको चौहान. अक्लमंद अटकलें यह हैं कि वादों के पिटारे में असल ‘परमाणु बम’ बचा हुआ है. कांग्रेस के पैंतरे मुताबिक चुनाव खत्म होने तक पार्टी एक—दो बड़ी घोषणाएं और कर सकती है!
दिलचस्प दिमाग कह रहा है कि भाजपा ने इस बार दिल खोलकर रख दिया है, सभी वर्गों को कुछ न कुछ दिया. क्या किसान, क्या युवा, क्या महिलाएं सभी अपना अपना ले लें. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इन्हें लोकार्पित करते हुए कहा कि कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ को बीमारू राज्य बनाया है, हमारी सरकार बनी तो समृद्ध और खुशहाल राज्य बनाएंगे. वैसे पिछले 15 साल के भाजपाई राज ने इसे सिद्ध तो किया ही नतीजन जनता—जनार्दन विश्वास कर सकती है.
भगवा दल के अंत:पुर में झांकें तो घोषणा पत्र समिति ने 90 विधानसभा में 90 सुझाव पेटी रखी थी. इसके अलावा जनता से व्हाट्सएप, ईमेल इत्यादि से भी सुझाव लिए गए. आश्चर्य कि जिस पत्रकार बिरादरी को भाजपा ने आमंत्रित करके उनके साथ चार घण्टे तक जिरह की, सुझाव लिए और उनकी मांगों को शामिल करने का भरोसा दिखाया, वैसा कुछ ना हो सका. घोषणापत्र में पत्रकार बिरादरी शीर्षासन कर रही है, छला हुआ महसूस कर रही है. कम से कम 25 हजार रूपये प्रति माह की पेंशन देने का वादा तो भाजपा कर सकती थी. मध्य प्रदेश में यह कृपा भाजपा और कांग्रेस दोनों ने बरसा दी है. छत्तीसगढ़ में भी कांग्रेस इसे लपक सकती है.
यकीनन अमृतकाल के इस दौर में असंभव कुछ भी नही, पर इस राह में बहुत से रोड़े हैं. केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने मोदी गारंटी जारी करते हुए कई बड़ी घोषणाएं की. वादा किया कि 21 क्विंटल प्रति एकड़ धान 3100 रुपए में खरीदेंगे. इसका एकमुश्त भुगतान करेंगे किसान को तथा बारदाना धान खरीदी के पहले देंगे. सभी गरीब महिलाओं को 500 में गैस सिलेंडर और नारी शक्ति को मुफ्त ट्रेवल अलाउंस देने का वादा किया गया है. हर विवाहित महिला को 12000 रुपए सालाना देने के आफर ने मातृशक्ति को खुश कर दिया है. पीएससी के एक लाख खाली पदों को दो साल के अंदर भरना, गरीबों को 18 लाख आवास, निर्मल जल हर घर को, तेंदूपत्ता संग्रहण में 5500 रुपए प्रति क्विंटल मानक, मजदूर कल्याण योजना में सालाना 10 हजार की मदद, आयुष्मान स्वास्थ्य योजना में प्रत्येक परिवार को 10 लाख तक का इलाज और 500 नए जनौषधि केंद्र जिनमें मुफ्त दवाई दी जाएगी, जैसे वादों ने मतदाता का चेहरा चमका दिया है.
जो वादा किया, वो निभाना पड़ेगा. पार्टी का दावा है कि सरकार बनी तो पीएससी सहित सभी घोटालों की जांच होगी. नए युवाओं को उद्योग खोलने के लिए 50 प्रतिशत सब्सिडी, बुजुर्गों को राम मंदिर तीर्थ यात्रा कराने का ऐलान किया गया है. हालांकि बिजली बिल को लेकर भाजपा कठोरव्रत धारण किए हुए है. और कुछ ऐसे मुददों पर भी पार्टी ने चिंता जताते हुए राहत दी है जिसकी अभी तक सुध नही ली गई थी. मसलन मानव—हाथी द्वंद्व में यदि किसी मनुष्य की मौत होती है तो उसे साढ़े सात लाख की अनुग्रह राशि सरकार देगी. स्ट्रीट वेंडरों को सालाना 2000 रूपये की मदद यूपीएससी—पीएससी परीक्षा की तैयारी के लिए हर ब्लॉक में एक प्रशिक्षण केंद्र, मितानिन कर्मचारियों और सफाईकर्मी, रसोईयों के वेतन में 50 प्रतिशत की वृद्धि, जो युवा यूपीएससी मेंस तक निकाल चुके हैं, उनके लिए राज्य की नौकरियों में लेटरेल एंट्री की सुविधा दी जाएगी. चिट फण्ड में फंसी राशि पांच सालों के अंदर वापस होगी. पंचायत सचिव नियमित किए जाएंगे.
अंतिम दृश्य में हम पाते हैं कि भाजपा ने सभी वर्गो का खूब ख्याल रखा है जो जेरेनजर या चर्चा में नही आ सका. जैसे कि अधिवक्ता एवं डॉक्टर के लिए सुरक्षा कानून देने का वादा किया है. 57 हजार रिक्त शिक्षक पदों पर भर्ती होगी. राज्य के हर ब्लॉक में एक डायलिसिस केंद्र खोला जाएगा. असंगठित श्रमिकों को 5 लाख का दुर्घटना बीमा. महिलाओं के नाम रजिस्ट्री होने पर 50 प्रतिशत की छूट. सभी जनजातीय परिवारों को दो बकरी देंगे. 1000 किलोमीटर लंबी शक्तिपीठ परियोजना, जुड़ेंगी 5 शक्तिपीठ. सौ बात की एक बात यह कि भाजपा ने घोषणा—पत्र के कव्हर पेज में लिखा है कि मोदी की गारंटी. अर्थात इन सारी योजनाओं को पूरा करने के लिए जो खजाना चाहिए, वह केन्द्र सरकार की मदद के बगैर पूरा होना संभव नही है. डबल इंजन की सरकार का यही फायदा होता है. फिलहाल चुनावी समुद्र में भाजपा ने घोषणारूपी पत्थर फेंक दिया है, अब 3 दिसंबर का परिणाम बताएगा कि इससे उठी लहरों से भाजपा कांग्रेस को कितना धराशायी कर पाती है!