भारत माला सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार! किसान नेता अनिल दुबे का खुलासा : किसान का मुआवजा ठेकेदारों को दे दिया, जिलाधीश-एसडीएम को ठहराया जिम्मेदार
बिगुल
रायपुर. केन्द्र सरकार की भारत माला सड़क निर्माण प्रोजेक्ट के मुआवजा राशि वितरण में बड़ा गोलमाल सामने आया है. छत्तीसगढ़ किसान मोर्चा के नेता अनिल दुबे ने आज एक पत्रकार वार्ता लेकर इसका खुलासा किया.
राजधानी में आज एक प्रेस कांफ्रेंस करके श्री दुबे ने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के बाद भ्रष्टाचार एवं संगठित भ्रष्ट अधिकारी, लोक सेवक ने धन कमाने को पद का जरिया बना लिया. इसी क्रम में किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष पूर्व सरपंच लालाराम वर्मा जो ग्राम-मंदलौर, चंपेश्वर महादेव मंदिर के पदाधिकारी हैं तथा राज्य आंदोलनकारी हैं, उनकी उगेतरा अभनपुर जिला-रायपुर में मठ द्वारा जिलाधीश रायपुर सहित समस्त पदाधिकारियों के अनुमति, सहमति से लगभग 40 वर्ष से 85 एकड़ भूमि विधिवत् राशि लेकर दी गई है।
श्री दुबे ने बताया कि जब भारत माला का निर्माण प्रारंभ हुआ और जिन गाँवों से भारत माला रोड़ निकलना तय हुआ, उसका मुआवजा किसानों को मिलने की जानकारी के पूर्व ही जमीन दलाल, अधिकारी फर्जीवाड़ा करने वाले संगठित रूप से एक होकर किसानों के हक पर डकैती डाल बैठे. इसी क्रम में लालाराम वर्मा के उगेतरा की भूमि का मुआवजा विजय जैन, रिंकू खनूजा महासमुंद, उमा तिवारी रायपुर जैसे लोगों को दो लाख 86 हजार का भुगतान किया गया. इसके लिए जिलाधीश रायपुर और एसडीएम अभनपुर जिम्मेदार हैं.
ज्ञात रहे कि लालाराम वर्मा द्वारा न्यायालय एवं एसडीएम अभनपुर में विधिवत् आपत्ति दर्ज की गई थी. अगर कलेक्टर स्तर पर इस प्रकरण का निराकरण नही होता है तो प्रार्थी हाईकोर्ट में अपील करेंगे.