विधानसभा सत्र : विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह ने किया सदन का कुशल संचालन, इलेक्टोरल बॉन्ड पर नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत बोले, गृह मंत्री विजय शर्मा कानून व्यवस्था पर सदन का ध्यान खींचा
बिगुल
रायपुर. छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र के नौंवें दिन की कार्यवाही विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह के आसंदी संभालने के साथ हुई. उन्होंने कुशल संचालन करते हुए सभी विधायकों को अपनी बात रखने का मौका दिया. कई बार विवाद की स्थिति बनी तो रमन सिंह ने मुस्कुराते हुए मामले को सुलझा लिया.
सुप्रीम कोर्ट ने पार्टियों के नए इलेक्टोरल बॉन्ड्स पर प्रतिबन्ध लगा दिया है। कोर्ट ने अपने फैसले में इलेक्टोरल बॉन्ड सूचना के अधिकार का उल्लंघन माना है। बता दें कि इसी बीच चुनावी बॉन्ड के फैसले पर नेता प्रतिपक्ष डॉ चरणदास महंत का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि बॉन्ड पर रोक लगा दी है, जिस पर च्ड मोदी की दखल है।
मोदी जल्द से जल्द चुनाव करना चाहते हैं और उनके चुनाव की प्रक्रिया में किसी अन्य आदमी का दखल ना हो। जो सब चीज की जानकारी दे सके। वहीं सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले पर नेता प्रतिपक्ष महंत के बयान पर पलटवार करते हुए विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि ैब् का निर्णय मान्य है। इसका उद्देश्य पारदर्शिता लाना है और कहीं सुधार की जरूरत है तो उसमें होगी। चुनाव जल्द हो ऐसा सबकी इच्छा है।
गृह मंत्री विजय शर्मा ने दी जानकारी
छत्तीसगढ़ में तीन वर्ष के दौरान हत्या, लूट और बलात्कार के 9,295 मामले दर्ज किए गए। विधानसभा में उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा जिनके पास गृह विभाग भी है, ने कांग्रेस के विधायक द्वारिकाधीश यादव के सवाल के लिखित जवाब में बताया कि राज्य में 2021 से 2023 के दौरान हत्या, लूट और बलात्कर के 9,295 मामले दर्ज किए।
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने बताया कि इस अवधि में राज्य में हत्या के 2,967, लूट के 1,425 तथा बलात्कार के 4,903 मामले दर्ज किए गए। उन्होंने बताया कि राज्य में 2021 में हत्या के 1,007, 2022 में 1,013 और 2023 में 947 मामले दर्ज किए गए। वहीं 2021 में लूट के 553, 2022 में 495 तथा 2023 में 377 मामले दर्ज किए गए।
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने बताया कि राज्य में 2021 में बलात्कार के 1,093, 2022 में 1,246 तथा 2023 में 2,564 मामले दर्ज किए गए। उन्होंने बताया कि इन मामलों में से 627 मामलों के आरोपी अभी तक पकड़े नहीं गए हैं।