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अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती को दादा साहब फाल्के पुरस्कार से किया जाएगा सम्मानित, पीएम मोदी ने दी बधाई

बिगुल
बॉलीवुड सुपरस्टार मिथुन चक्रवर्ती को दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित जाएगा. कुछ देर पहले घोषणा की गई कि दादा साहब फाल्के चयन निर्णायक मंडल ने मिथुन चक्रवर्ती को भारतीय सिनेमा में उनके विशिष्ट योगदान के लिए पुरस्कार देने का निर्णय लिया है.

मिथुन चक्रवर्ती, जिन्हें बॉलीवुड का पहला डिस्को डांसर कहा जाता है. उन्होंने फिल्मी दुनिया में हीरोज के डांसिंग अंदाज को नए तरीके से पेश किया. जिसे लोगों ने अपना खूब प्यार दिया है. वहीं भारत ही नहीं रूस, चीन और जापान जैसे कई देशों में भी उन्हें खूब प्यार मिला है. वहीं कई फैंस उन्हें जिमी के नाम से पुकारना पसंद करते हैं.

केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ऐलान करते हुए एक्स पहले ट्विटर पर लिखा, मिथुन दा की उल्लेखनीय सिनेमाई जर्नी पीढ़ियों को प्रेरित करती है! यह घोषणा करते हुए मुझे गर्व हो रहा है कि दादा साहब फाल्के चयन जूरी ने महान अभिनेता श्री मिथुन चक्रवर्ती जी को भारतीय सिनेमा में उनके प्रतिष्ठित योगदान के लिए पुरस्कार देने का फैसला किया है. 8 अक्टूबर, 2024 को 70वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में प्रदान किया जाएगा.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिथुन चक्रवर्ती को दादासाहब फाल्के सम्मान दिए जाने के ऐलान पर उन्हें बधाई दी है. पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा है, ‘मुझे खुशी है कि श्री मिथुन चक्रवर्ती जी को भारतीय सिनेमा में उनके अद्वितीय योगदान के लिए प्रतिष्ठित दादासाहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. वे एक सांस्कृतिक प्रतीक हैं, जिन्हें उनकी बहुमुखी प्रतिभा के लिए पीढ़ियों से सराहा जाता रहा है. उन्हें बधाई और शुभकामनाएं.’

बता दें कि मिथुन दा ने 1976 में पहली फिल्म मृगया से एक्टिंग की दुनिया में कदम रखा था. इसका निर्देशन मृणाल सेन ने किया था और चक्रवर्ती ने अपनी परफॉर्मेंस के लिए बेस्ट एक्टर का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीता था. इसके बाद मिथुन चक्रवर्ती को उनकी फिल्म तहादर कथा (1992) और स्वामी विवेकानंद (1998) में उनके रोल के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है. हाल ही में वे द कश्मीर फाइल्स फिल्म में नजर आए थे. विवेक अग्निहोत्री ने इसका निर्देशन किया था.

इसके बाद वह डिस्को डांसर, फूल और अंगारे, चांडाल, प्रेम प्रतिज्ञा, डांस डांस जैसी फिल्मों में नजर आए. जबकि 74 की उम्र में भी वह फिल्मी दुनिया और रियलिटी शोज में जज की कुर्सी संभालते हुए नजर आते हैं.

दादा साहब फाल्के पुरस्कार भारतीय सिने जगत का सबसे बड़ा पुरस्कार है. इसमें स्वर्ण कमल और दस लाख रूपये की राशि पुरस्कार स्वरूप दी जाती है.

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