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घोर नक्सल एरिया में अमित शाह ने लगाई चौपाल, एक पेड़ के नीचे सुनी ग्रामीणों की समस्यायें

बिगुल
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने अपने छत्तीसगढ़ प्रवास के दूसरे दिन सोमवार को नक्सल प्रभावित क्षेत्र बस्तर संभाग के दौरे पर रहे। इस दौरान उन्होंने बीजापुर जिले के गुडंम के 153 सीआरपीएफ कैंप का दौरा किया। उन्होंने जवानों के साथ भोजन भी किया। एक पेड़ के नीचे चौपाल लगाकर ग्रामीणों से बातचीत भी की। स्थानीय ग्रामीणों की समस्याओं को ध्यान से सुना और केंद्र सरकार की योजनाओं को धरातल तक पहुंचाने के लिए संबंधित अधिकारियों को अहम निर्देश दिए।

केंद्रीय गृहमंत्री ने ग्रामीणों से बातचीत के दौरान कहा कि नक्सलियों की वजह से आप लोग मूलभूत सुविधाओं से वंचित रहे, लेकिन अब हमारे वीर जवान आप लोगों के लिए यहां पर पुलिस सुरक्षा बल का कैंप खोला है। अब यहां पर सारी सुविधाएं उपलब्ध कराई जायेगी। आप लोगों के लिये सुरक्षा बल कैंप में हॉस्पिटल बनाया गया है। वहां पर जाकर इलाज करा सकते हैं। उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार सभी मूलभूत सुविधाएं आप तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है। किसी को भी नक्सलियों से डरने की जरूरत नहीं है। अंत में ‘एक पेड़ मां के नाम’कार्यक्रम के तहत पौधरोपण भी किया।

इससे पूर्व केंद्रीय गृहमंत्री ने अमर शहीद वाटिका जगदलपुर पहुंचकर अमर जवानों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने अमर जवान स्तम्भ में पुष्प चक्र अर्पित कर नक्सल अभियान के दौरान शहीद जवानों की शहादत को नमन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री विष्णु देवसाय और उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा भी मौजूद रहे। इस अवसर पर केंद्रीय गृहमंत्री श्री शाह ने एक पेड़ शहीदों के नाम अभियान के तहत पौधरोपण किया। उन्होंने परिसर में पीपल का पौधा रोपा। मुख्यमंत्री साय ने भी परिसर में शहीदों की स्मृति में रुद्राक्ष का पौधा लगाया।

केंद्रीय गृह मंत्री ने विजिटर बुक में शेयर किये अपने विचार

केंद्रीय गृह मंत्री ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देने के बाद विजिटर बुक में अपने विचार व्यक्त किये। उन्होंने लिखा कि सुरक्षाबलों के जवानों की शहादत के लिए देश सदैव उनका ऋणी रहेगा। इसके बाद विष्णुदेव साय ने सर्किट हाउस जगदलपुर में केंद्रीय गृहमंत्री शाह को स्मृति चिन्ह के रूप में धनुष बाण भेंट किया।

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