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अपील के साथ अमित शाह की चेतावनी: 31 मार्च 2026 से पहले खत्म होगा नक्सलवाद, नक्सली मुख्यधारा में लौटें वरना..

बिगुल
अपने तीन दिवसीय छत्तीसगढ़ प्रवास के दूसरे दिन सोमवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रायपुर और जगदलपुर में फिर एक बार नक्सलियों से अपील करते हुए चेतावनी दी है। केंद्रीय गृहमंत्री ने नक्सलियों के खात्मे के लिये डेटलाइन तय करते हुए कहा कि 31 मार्च 2026 से पहले ही छत्तीसगढ़ नक्सलवाद से मुक्त होगा। जैसे ही छत्तीसगढ़ नक्सलमुक्त होगा वैसे ही पूरे देश को भी नक्सलमुक्त किया जाएगा।

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने एक बार फिर नक्सलियों से अपील करते हुए कहा कि नक्सली पुनर्वास नीति का लाभ उठायें। हथियार त्याग कर छत्तीसगढ़ पुलिस की बेहतर पुनर्वास नीति का लाभ लें। सरेंडर करने के बाद नक्सली पुनर्वास पॉलिसी का लाभ उठाएं। यदि ऐसा नहीं किया तो अंजाम भुगतने के लिये तैयार रहे। जवान अपना काम करेंगे और नक्सलियों का बस्तर से सफाया करेंगे।

उन्होंने कहा कि 1 साल में 287 नक्सलियों का न्यूट्रीलाइज किया गया। करीब 1000 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया और 837 नक्सलियों ने सरेंडर किया। इससे स्पष्ट है कि राज्य सरकार बदलने से नक्सल ऑपरेशन को कितनी सफलता मिली है। टॉप 14 नक्सली मारे गए। चार दशक में पहली बार नागरिकों और सुरक्षा बलों के बीच मृत्यु का आंकड़ा 100 से कम ले जाने का काम किया गया है। पीएम मोदी के 10 साल के कार्यकाल में नक्सलियों पर नकेल कसी गई। नक्सली मामलों में 73% की कमी आई। जनता का बीजेपी सरकार पर भरोसा बढ़ा है।

शाह ने कहा कि छत्तीसगढ़ पुलिस जहां नक्सलियों की सफाई करने में लगी हुई है। वहीं कोरोना में मैंने देशभर के सभी पुलिस के रिव्यू किया था उसमें छत्तीसगढ़ पुलिस ने कोरोना के समय देशभर में सबसे अच्छा काम किया। कोरोना को मात देने में बेहतर काम किया। वे पिछले 5 साल से नक्सलियों के खात्मे के लिए छत्तीसगढ़ पुलिस के साथ लगातार संपर्क में रहे हैं। छत्तीसगढ़ पुलिस की तारीफ करते हुए कहा कि आपके अदम्य साहस, शौर्य और जज्बा को देखकर यह स्पष्ट है कि छत्तीसगढ़ पुलिस देश के बहादुर से बहादुर पुलिस वालों में से एक है। छत्तीसगढ़ के 25 साल में प्रवेश करने से पहले ही या रजत जयंती से पहले ही छत्तीसगढ़ को यह अवार्ड मिला है। यह आपकी लगन और परिश्रम का परिणाम है।

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