विधानसभा सत्र : भाजपा विधायक भावना बोहरा ने विधानसभा में रखी पंडरिया क्षेत्र की समस्याएं, बोलीं कि विकास योजनाएं जिला मुख्यालय तक ना सिमटें, वनवासी अंचलों को भी विकसित किया जाए

बिगुल
छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र विधानसभा अध्यक्ष डॉ.रमन सिंह की आसंदी से आज से शुरू हुआ जो 19 दिसंबर तक चलेगा। वंदे मातरम पर चर्चा को देखते हुए दो दिन समय बढ़ा दिया गया है. आज विजन 2047 पर चर्चा हुई जिसका कांग्रेस ने बहिष्कार किया. छह दिन के सत्र में 628 सवाल, अहम विधेयक और कई मुद्दों पर चर्चा होगी.
यह सत्र इसलिए भी खास है क्योंकि 14 दिसंबर को ही विधानसभा का स्थापना दिवस है जिसकी याद में सत्र का पहला दिन इसी तारीख को रखा गया है। दरअसल, राज्य बनने के बाद विधानसभा की पहली बैठक 14 दिसंबर 2000 को हुई थी और संयोगवश इस बार 14 दिसंबर का दिन रविवार को पड़ रहा है। इस दिन को यादगार बनाने के लिए सत्र की शुरुआत इसी दिन से करने का निर्णय लिया गया है।
छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र नवा रायपुर स्थित नवनिर्मित विधानसभा भवन में किया जा रहा है। आज रविवार को सत्र की शुरूआत वित्त मंत्री ओ पी चौधरी द्वारा अनुपूरक बजट पेश करने के साथ हुई. इस पर कई विधायकों ने अपनी बात रखी.
विधायक भावना बोहरा ने शिक्षा और स्वास्थ्य का मुददा उठाया
पंडरिया से भाजपा विधायक श्रीमती भावना बोहरा ने आज विधानसभा में अपने प्रभावी भाषण में कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में हमारी सरकार ने दो वर्ष पूरे कर लिए हैं और हम 2047 के विकास के विजन पर चर्चा कर रहे हैं. 15 साल तक तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह के राज में छत्तीसगढ़ ने खासा विकास किया. हमने एक माइलस्टोन तय किया. 2003 में भाजपा की सरकार बनी तो किसानों को पहली बार ब्याजमुक्त ऋृण प्रदान किया गया. इसके साथ ही 70 लाख मीट्रिक टन की धान खरीदी, एक रूपये किलो चावल का वितरण, सरप्लस बिजली वाला राज्य बनाना, इसके साथ ही आईआइ्एम, आईआईटी जैसे उच्च शिक्षा संस्थान भी हम छत्तीसगढ़ में लेकर आए.
विधानसभा में अपने प्रभावी भाषण में श्रीमती भावना बोहरा ने कहा कि हमारी सरकार ने रायपुर में एम्स दिया जिसका लाभ हमें कोरोना काल में मिला. इसके चलते हमने कई जिंदगियां बचाईं. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक लक्ष्य रखा है कि 2047 तक भारत कैसा हो. हमको इसी विजन के साथ आगे बढ़ना है. मोदी सरकार ने देश को कई उपलब्ध्यिां दीं. हर घर शौचालय, महिला को उज्जवला गैस का लाभ, युवाओं के लिए स्टार्टअप योजना इन सभी पर विचार करते हुए हमें 2047 का विजन डाक्यूमेंट पर काम करना चाहिए. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में क्लीन एण्ड ग्रीन मॉडल पर काम करना चाहिए. श्रीमती बोहरा ने बिजन डाक्यूमेंट की तारीफ की और वित्त मंत्री ओ पी चौधरी के विजन को सराहा.
श्री बोहरा ने पंडरिया विधानसभा के हित को विधानसभा में रखते हुए कहा कि पंडरिया इलाके में बहुत इलाके ऐसे हैं जो पिछड़े हैं. वहां पर नए विकास कार्य प्रांरभ करने की जरूरत है. बहुत से गांव ऐसे हैं जहां सरकारी विभाग पहुंच नही पाए हैं. उन्होंने भोरमदेव कोरिडोर योजना की तारीफ की. धार्मिक स्थलों का नामकरण पर्यटन और धार्मिक क्षेत्र में किया जाए. उन्होंने कहा कि सिर्फ जिले को ही सेंटर ना बनाया जाए बल्कि पंचायत और ब्लॉक में भी विकास किया जाना चाहिए. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि स्कूल में हाल यह हैं कि कैमरे काम नही कर रहे हैं. लैब में जाकर देखा तो माइक्रोस्कोप तक काम नही कर रहे हैं. ऐसी कई समस्याएं स्कूलों में हैं जिन्हें ठीक किया जाना चाहिए. पांच मॉडल स्कूल प्रत्येक जिले में बनाए जाएं.
पंडरिया से भाजपा विधायक श्रीमती भावना बोहरा ने आगे कहा कि 2047 तक वनांचल क्षेत्रों में पानी और बिजली पहुंचाया जाना चाहिए. ये इलाके आज भी पानी के लिए तरस रहे हैं. बड़े अस्पतालों में आज भी जांच मशीनें नहीं पहुंच सकी हैं. छोटे अस्पतालों को सर्व सुविधा युक्त बनाया जाना चाहिए. मुझे उम्मीद है कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में हम विजन 2047 को सफलतापूर्वक लागू कर सकेंगे.



