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विधानसभा सत्र : विधानसभा अध्यक्ष डॉ.रमन सिंह की आसंदी से शुरू हुआ शीतकालीन सत्र, पहले दिन विधायक राजेश मूणत, सुशांत शुक्ला, अजय चंद्राकर, भावना बोहरा, लता उसेण्डी ने विजन 2047 पर की चर्चा, कांग्रेस का बहिष्कार

छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र नवा रायपुर स्थित नवनिर्मित विधानसभा भवन में किया जा रहा है। आज रविवार को भी सत्र की कार्यवाही शुरू हुई।

विधानसभा का स्थापना दिवस आज
यह सत्र इसलिए भी खास है क्योंकि 14 दिसंबर को ही विधानसभा का स्थापना दिवस (CG Vidhan Sabha Foundation Day) है, जिसकी याद में सत्र का पहला दिन इसी तारीख को रखा गया है। दरअसल, राज्य बनने के बाद विधानसभा की पहली बैठक 14 दिसंबर 2000 को हुई थी और संयोगवश इस बार 14 दिसंबर का दिन रविवार को पड़ रहा है। इस दिन को यादगार बनाने के लिए सत्र की शुरुआत इसी दिन से करने का निर्णय लिया गया है।

कांग्रेस सरकार ने राजधानी को क्या दिया : राजेश मूणत

रायपुर पश्चिम के विधायक एवं पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने आज विधानसभा में विजन डॉक्यूमेंट 2047 पर चर्चा में शमिल होते हुए अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ धान का कटोरा है इसलिए हमें खेती—किसानी पर विशेष योजना बनाकर आगे बढ़ना होगा। उन्होंने उदयोग के विकास की बात उठाते हुए कहा कि हमारा राज्य 24 प्रतिशत से ज्यादा स्टील उत्पादन करता है। वैल्यू एडीशन में हम क्या जोड़ सकते हैं। आईटीआई में ऐसे कोर्स प्रारंभ करें जिनसे कारखानों को लाभ हो और उन्हें कुशल कारीगर मिल सकें। उन्होंने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाया कि उसने राजधानी में 400 करोड़ से अधिक के विकास कार्यों का भूमि पूजन किया लेकिन एक भी प्रोजेक्ट पूरा नही हुआ। एक भी उपलब्धि नही मिली।

JNU नारेबाजी पर सदन में विरोध
विधानसभा में विधायक धर्मजीत सिंह ने JNU में नक्सली हिड़मा के समर्थन में नारे लगाने वालों का कड़ा विरोध किया। उन्होंने इस मामले में प्रस्ताव लाकर सदन से आलोचना की मांग की। धर्मजीत सिंह ने कहा कि ऐसे नक्सल समर्थकों को बस्तर का भ्रमण कराया जाना चाहिए, ताकि वे नक्सलियों द्वारा किए गए अत्याचारों की वास्तविकता समझ सकें। उन्होंने सदन में नक्सली हिड़मा और बसवराजू की क्रूर गतिविधियों का भी उल्लेख किया।

विपक्षी बहिष्कार पर भाजपा का पलटवार, क्या कहा सुशांत शुक्ला ने ?
छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन विपक्ष के बहिष्कार पर विधायक सुशांत शुक्ला ने तीखा बयान दिया। उन्होंने कहा कि जब-जब देश में शुभ कार्य हुए, कांग्रेस उस वक्त गायब रही है और “जो राम का नहीं, वो किसी काम का नहीं” जैसी टिप्पणी कर कांग्रेस पर निशाना साधा। वहीं वरिष्ठ विधायक अजय चंद्राकर के वक्तव्य पर प्रतिक्रिया देते हुए शुक्ला ने कहा कि छत्तीसगढ़ को विकसित राज्य बनाने की दिशा में काम जारी है और अगर कहीं कोई विसंगति रह गई है तो उसे समाहित किया जाएगा। साथ ही उन्होंने सवाल उठाया कि कांग्रेस यह बताए कि अब तक प्रदेश का विकास क्यों नहीं हो पाया। कांग्रेस की SIR महारैली को लेकर भी उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस एक ही परिवार की चरण-वंदना करने दिल्ली गई हुई है।

शीतकालीन सत्र के बहिष्कार पर मंत्री केदार कश्यप का पलटवार
रायपुर में छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन विपक्ष के बहिष्कार पर संसदीय कार्य मंत्री केदार कश्यप (Kedar Kashyap) ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि यह छत्तीसगढ़ विधानसभा के रजत जयंती वर्ष का ऐतिहासिक अवसर है और ऐसे मौके पर विपक्ष का सदन से बाहर रहना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।

केदार कश्यप ने कहा कि कांग्रेस द्वारा बहिष्कार कोई नई बात नहीं है, लेकिन जब प्रदेश के विजन और भविष्य की दिशा तय करने पर चर्चा हो रही हो, तब विपक्ष की मौजूदगी लोकतंत्र के लिए आवश्यक होती है। वरिष्ठ विधायक अजय चंद्राकर के वक्तव्य पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि हर राज्य में खामियां होती हैं, लेकिन भारतीय जनता पार्टी सकारात्मक सोच के साथ छत्तीसगढ़ के समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध है।

चंदखुरी में एक हफ्ते में स्थापित होगी भगवान राम की नई मूर्ति
विधानसभा में विजन डॉक्यूमेंट 2047 पर चर्चा के दौरान भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने चंदखुरी स्थित राम मंदिर में भगवान राम की मूर्ति बदले जाने का मुद्दा सदन में उठाया। उन्होंने कहा कि विधानसभा में पहले ही मूर्ति बदलने की घोषणा हो चुकी थी, लेकिन दो साल बीतने के बावजूद नई मूर्ति स्थापित नहीं की गई।

इस पर जवाब देते हुए संस्कृति मंत्री राजेश अग्रवाल ने सदन को बताया कि चंदखुरी में भगवान राम की नई मूर्ति एक सप्ताह के भीतर स्थापित कर दी जाएगी। इससे लंबे समय से चली आ रही प्रतीक्षा जल्द समाप्त होगी।

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