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ब्रेकिंग : आइपीएस आनंद छाबड़ा के खिलाफ भाजपा नेता की पोस्ट, सवाल उठाया कि जो खुद सीबीआई जांच से गुजर रहा हो, वह जांच अधिकारी कैसे बना, आईपीएस डांगी और युवती विवाद का मामला

2003 बैच के सीनियर भापुसे अधिकारी रतन लाल डांगी ने अपने पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों पर सफाई देते हुए युवती पर ब्लैकमेलिंग करने का आरोप लगाया है। उन्होंने एक विभागीय शिकायत भी की है। डांगी के मुताबिक चूंकि उनका नाम नए पुलिस कमिश्नर की दौड़ में है इसलिए उन्हें रोकने के लिए यह एक षडयंत्र भी हो सकता है।

दूसरी ओर अब इस मामले में भाजपा भी कूद गई है। भाजपा नेता और पूर्व प्रवक्ता नरेश चन्द्र गुप्ता ने एक सोशल मीडिया पोस्ट करते हुए जांच कमेटी पर सवाल खड़े किए हैं। श्री गुप्ता ने अंग्रेजी में पोस्ट लिखते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ को भगवान बचाए. जिस आइपीएस अफसर आनंद छाबड़ा को डांगी विवाद में जांच अधिकारी बनाया गया है, वह खुद महादेव सटटा घोटाला मामले में सीबीआई जांच से गुजर रहे हैं. ऐसे में उन्हें जांच अधिकारी क्यों बनाया गया, यह समझ से परे है। गुप्ता ने आगे कहा कि खैरागढ़ सीट पर भाजपा को हराने की भूमिका छाबड़ा ने ही पूरा फ्रेमवर्क तैयार किया था।

जानते चलें कि राज्य सरकार ने आइपीएस आनंद छाबड़ा को आईपीएस रतनलाल डांगी के खिलाफ हुई एक शिकायत के लिए जांच अधिकारी बनाया गया है। उनके साथ आईपीएस मिलना कुर्रे को जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है. जांच रिपोर्ट मिलने के बाद विभाग आगे की कार्रवाई करेगा.

मालूम होवे कि पुलिस विभाग के एक एसआई की पत्नी ने वरीष्ठ भापुसे अधिकारी रतन लाल डांगी पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाकर समूचे पुलिस महकमें में सनसनी फैला दी है। हालांकि रतन लाल डांगी ने इस मामले में डीजीपी को खत लिखकर पूरे मामले पर सफाई पेश की है। उन्होंने पत्र में विस्तार और बिंदुवार तरीके से बताया है कि आरोप लगाने वाली महिला ने उन्हें कब और किस तरह से ब्लैकमेल किया.

अब इस मामले में भाजपा नेता का कूदना कई सवालों को जनम दे रहा है।

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