ब्रेकिंग : जैन समाज को गहरा आघात, गणचार्य श्री विरागसागर का निधन, सुबह 3 बजे के आसपास ली समाधि, अंतिम संस्कार आज

बिगुल
350 से ज्यादा दीक्षा प्रदाता विशाल संघ के जननायक गणचार्य श्री विरागसागर गुरुदेव की समाधी आज 4 जुलाई 2024 को प्रातः 3:00 के आसपास जालना (महाराष्ट्र) शहर के नजदीक देवमूर्ति ग्राम, सिंदखेड़ राजा रोड में संलेखनापूर्वक समाधि मरण हुआ। उनका अंतिम संस्कार आज दोपहर को होने की संभावना है।
उनके निधन पर कहा गया कि परम पूज्य गणाचार्य श्री विरागसागर जी महाराज के समाधि मरण पर हम सभी गहरी संवेदना प्रकट करते हैं और उनकी महान आत्मा को नमन करते हैं। उनके द्वारा दिखाए गए मार्ग, साधना, और तपस्या का महत्व हम सभी के जीवन में अविस्मरणीय है।
परम पूज्य गणाचार्य श्री विरागसागर जी महाराज का सल्लेखना पूर्वक समाधि मरण समस्त जैन समाज के लिए एक अपूरणीय क्षति है। आपने अपने सम्पूर्ण जीवन में अहिंसा, सत्य, अपरिग्रह, और धर्म के मार्ग का पालन करते हुए जो आदर्श स्थापित किए, वे अनंतकाल तक हमारे लिए प्रेरणा स्रोत बने रहेंगे।
आपका जीवन एक ऐसा प्रकाश स्तंभ था जिसने अनगिनत लोगों को धर्म, अहिंसा, और सत्य की राह पर चलने के लिए प्रेरित किया। आपके द्वारा स्थापित सिद्धांत और विचार हमें सदा धर्म के प्रति समर्पित रहने के लिए प्रेरित करते रहेंगे।
गणाचार्य श्री विरागसागर जी महाराज की सल्लेखना के साथ समाधि ने हमें यह सिखाया कि सच्चा साधु वही होता है जो अपने अंतिम क्षणों तक धर्म के प्रति अडिग रहता है। आपकी तपस्या, संयम, और साधना का मार्ग हमें सदैव स्मरण रहेगा और हम उसे अपने जीवन में अपनाने का प्रयास करेंगे।




