ब्रेकिंग : कौटिल्य एकेडमी का डायरेक्टर गिरफ्तार, पत्नी रूबी मजूमदार फरार, UPSC-PSC कोचिंग के नाम पर 18 लाख रुपये की ठगी

बिगुल
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी करने वाले कोचिंग संचालक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सरस्वती नगर थाना पुलिस ने यह कार्रवाई उन 19 छात्रों की शिकायत पर की है, जिन्होंने यूपीएससी और पीएससी की कोचिंग के लिए फीस जमा की थी लेकिन क्लास शुरू ही नहीं हुई।
आरोपी पवन टांडेश्वर, जो ‘कौटिल्य एकेडमी’ का डायरेक्टर है, संस्थान बंद करने के बाद फरार चल रहा था। पुलिस ने करीब एक साल की तलाश के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया है। वहीं उसकी पत्नी और सह-आरोपी रूबी मजूमदार अब भी फरार है।
छात्रों से की 18 लाख की ठगी
मामले की जांच में सामने आया कि आरोपी दंपती ने छात्रों से कोचिंग एडमिशन के नाम पर कुल 18 लाख तीन हजार 105 रुपये वसूले थे। छात्रों को भरोसा दिलाया गया था कि उन्हें यूपीएससी और पीएससी की उच्चस्तरीय तैयारी कराई जाएगी। लेकिन कुछ समय बाद संस्थान को ‘शिफ्टिंग’ के बहाने बंद कर दिया गया और सभी क्लासें रोक दी गईं। जब छात्रों ने संपर्क करने की कोशिश की, तो पहले आरोपी दंपती ने उन्हें टालमटोल किया, बाद में फोन नंबर ब्लॉक कर फरार हो गए।
फैकल्टी से भी की धोखाधड़ी
केवल छात्रों से ही नहीं, बल्कि कोचिंग में पढ़ाने वाले शिक्षकों के साथ भी ठगी की गई। शिक्षकों को चेक के माध्यम से सैलरी दी गई, लेकिन बैंक में जमा करने पर अधिकांश चेक ‘हस्ताक्षर मेल न खाने’ की वजह से बाउंस हो गए। बाद में फैकल्टी मेंबर्स ने भी पवन टांडेश्वर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी।
25 नवंबर 2024 को दर्ज हुई थी एफआईआर
छात्रों ने 25 नवंबर 2024 को सरस्वती नगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। पुलिस ने एक साल तक लगातार जांच और पतासाजी के बाद आखिरकार आरोपी डायरेक्टर को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने पवन टांडेश्वर के खिलाफ धारा 318(4) और 3(5) भारतीय न्याय संहिता (BNS) के तहत अपराध दर्ज किया है। फिलहाल आरोपी को न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है, जबकि उसकी पत्नी रूबी मजूमदार की तलाश जारी है।



