छत्तीसघाट

ब्रेकिंग : नेता प्रतिपक्ष डा महंत का सरकार पर आरोप, अकेले अकेले रामलला के दर्शन कर आए, हमें पूछा ही नही, बेर के नाम पर भगवान को छल लिया

रायपुर. छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष डा चरणदास महंत ने आज सदन में सत्तारूढ़ भाजपा को रामलला दर्शन मामले में जमकर घेरा. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सहित पूरा मंत्रिमण्डल अयोध्या जाकर रामलला के दर्शन कर आया, मगर हमको तो पूछा नही नही. महंत ने कहा कि सदन के सभी सदस्यों को साथ लेकर जाना चाहिए था. क्या ऐसा हो सकता है कि अगली बार फिर से सभी सदस्यों को साथ लेकर रामलला का दर्शन किए जाएं.

महंत ने आगे कहा कि सदन के सभी सदस्यों को साथ लेकर जाना चाहिए था। सभी को आमंत्रित करना चाहिए था. महंत ने कहा कि जो लोग राम लला के दर्शन करके इस सदन में आकर बैठे हैं मैं उन्हें नारियल धोती देना चाहता हूं, अगर इजाजत हो तो, इस पर डा रमन सिंह ने मुस्कुराते हुए सहमति दी।

श्री महंत ने आरोप लगाया कि सरकार ने रामलला के दर्शन तो ​कर लिए मगर उनके साथ छल क्यों किया. शिवरीनारायण के बेर चढ़ाने का दावा सरकार ने किया मगर यह बेर का सीजन ही नही है. जो बेर भगवान को चढ़ाने की बात कही जा रही है, वह शिवरीनारायण के हैं ही नही. पता नही कहां के बेर ले जाकर भगवान राम को चढ़ा दिए.

इस पर विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर चलता रहा. महंत ने मीडिया को भी बेर दिखाए और कहा कि ये बेर शिवरीनारायण के नही हैं. भगवान को भी छलने से नही चूकते. उन्होंने कहा कि राम वनपथ गमन के लिए विश्व हिन्दु परिषद ने 75 स्थान चुने थे. कांग्रेस की सरकार बनी तो 10 स्थान चुन लिए पर्यटन स्थल बनाने के​​ लिए, काम भी शुरू हो गया लेकिन जैसे ही भाजपा की सरकार आई तो उन सारे कामों को रोक दिया गया.

नेता प्रतिपक्ष डा चरणदास महंत आज पूरे फार्म में दिखे. उनके नेतृत्व में कांग्रेस विधायकों ने सदन में जमकर हंगामा किया. बलोदाबाजार हिंसा मामले में एक दर्जन से अधिक कांग्रेसी विधायक निलंबित कर दिए गए. आज सदन की अध्यक्ष दीर्घा में पूर्व मंत्री टी एस सिंहदेव, सांसद ज्योत्सना चरणदास महंत भी उपस्थित थे जिन्होंने सदन की कार्यवाही का अवलोकन किया. विधानसभा का मानसून सत्र आगामी 26 जुलाई तक चलने की संभावना है।

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