ब्रेकिंग : नए मंत्रियों को दिए अफसरों की पोस्टिंग पर बवाल, रद्द होंगी ये नियुक्तियां, पुराने सहायकों ने खोला मोर्चा
बिगुल
रायपुर. नए मंत्रियों को निजी सहायक की नियुक्ति को लेकर कोहराम मच गया है. भाजपा की रमन सरकार के दौरान मंत्रियों के निज सहायक रहे कर्मियों ने मांग की है कि कांग्रेस सरकार में मंत्रियों के पीए रहे कर्मियों को नियुक्ति ना दी जाए क्योंकि कांग्रेस सरकार में भी रमन सरकार के कर्मचारियों को मंत्रियों से दूर रखा गया था.
इसके बाद कल जारी हुए एक आदेश को रदद करने की संभावना बढ़ गई है. दरअसल साप्रवि ने कल नौ नए नौ मंत्रियों के शपथ के बाद उनके निजी स्थापना में अधिकारियों की नियुक्ति कर दी है। इनमें बृजमोहन अग्रवाल को स्टाफ ऑफिसर टीआर साहू, दयालदास बघेल को मोहर साय कुजूर, श्याम बिहारी जायसवाल को रोशन यदू, ओपी चौधरी धनेश्वर सिंह, लखनलाल देवांगन को कमलनारायण साहू, लक्ष्मी राजवाड़े को टंकेश्वर पैकरा, रामविचार नेताम को अजीत मिरे, केदार कश्यप दिनेश श्रीवास, टंकराम वर्मा को शिव प्रजापति के रूप में निज सचिव और सहायक मिले।
बताया गया है कि इनमें से कई मंत्री तो इन लोगों को जानते तक नहीं। हुआ यह कि एक वरिष्ठ मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने अपने लिए अपने पुराने स्टाफ आफिसर टी आर साहू की पोस्टिंग के लिए जीएडी सचिव को निर्देशित किया था। यह निर्देश सेक्शन पहुंचा तो संबंधित अवर सचिव, एसओ ने उसी आदेश में अन्य मंत्रियों के लिए भी पोस्टिंग कर दी। इनमें से दो,तीन तो पिछली कांग्रेस सरकार में मंत्री और संसदीय सचिव के पास काम कर चुके थे। जैसे एसओ कमल साहू, पूर्व मंत्री ताम्रध्वज साहू और मोहर साय कुजूर संसदीय सचिव गुरूदयाल बंजारे के पास कार्यरत रहे हैं पिछले कार्यकाल में ये निज सचिव और विशेष सहायक चर्चित रहे हैं। ।और भाजपा के नए मंत्री तो इन्हें जानते भी नहीं। समझा जा रहा है कि अगले सप्ताह इन सभी की छुट्टी कर दी जाएगी।
भाजपा सरकार में मंत्रियों के सहायक रहे कर्मचारियों ने मांग की है कि चूंकि पूर्व की कांग्रेस सरकार ने भी उन्हें भाजपाई बताते हुए मंत्रियों के साथ अटैच करने से मना कर दिया था इसलिए हाल ही में भाजपा सरकार में मंत्री बने मंत्रियों के साथ कांग्रेस सरकार के कर्मियों को उनके मूल विभाग में ही वापस भेज दिया जाए.
देखिए ताजा आदेश :