प्रदेश कांग्रेस के सह प्रभारी रहे चंदन यादव ने लिखा भावुक पत्र, सोशल मीडिया पर वायरल, प्रभारियों पर लगे थे गंभीर आरोप लेकिन डा चंदन यादव बेदाग बने रहे
बिगुल
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस के सह प्रभारी रहे, वरिष्ठ नेता चंदन यादव ने सोशल मीडिया पर छत्तीसगढ़ के कांग्रेसियों के नाम एक भावनात्मक पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि आप सबके बीच मैंने मुख्यधारा की राजनीति की तमाम शिक्षाएँ ली हैं, जो मध्यप्रदेश में मेरा मार्गदर्शन करेंगी। ये मेरे जीवन की पूँजी हैं।
जानते चलें कि श्री यादव को पार्टी नेतृत्व ने अब छत्तीसगढ़ के स्थान पर मध्यप्रदेश का प्रभारी सचिव बनाया है। उन्होंने सालों तक जब भूपेश बघेल सरकार थी तब तक चंदन यादव ने छत्तीसगढ़ में सह प्रभारी के तौर पर काम किया।
श्री यादव ने आगे लिखा कि “प्रिय छत्तीसगढ़ कांग्रेस परिवार, जैसा कि आपको विदित है छत्तीसगढ़ में काम करने के दौरान राहुल गांधी जी के ‘बब्बर शेर’ कार्यकर्ताओं ने जो प्यार और मान-सम्मान दिया उसके लिए मैं उनका सदा ऋणी रहूँगा।
उन्होंने कहा कि आप सबके बीच मैंने मुख्यधारा की राजनीति की तमाम शिक्षाएँ ली हैं, जो मध्यप्रदेश में मेरा मार्गदर्शन करेंगी। ये मेरे जीवन की पूँजी हैं। मैं छत्तीसगढ़ के लोगों के ईमानदार और सरल स्वभाव का प्रशंसक बन गया हूँ। इतने समय में आप सबसे एक मानवीय सम्बन्ध बन गया है। जिसकी वजह से इस पल मैं भावुक अनुभव कर रहा हूँ।
चंदन यादव ने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ की भाषा की मिठास और संस्कृति से मैं हमेशा के लिए अभिन्न रूप से जुड़ गया हूँ। यह जुड़ाव सदा बना रहेगा। आप पार्टी कार्यकर्ताओं ने मुझे सबसे अधिक सिखाया और प्रेरित किया है। आप हमेशा पार्टी हित में सोचते और कार्य करते हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष आदरणीय मल्लिकार्जुन खड़गे जी, और हम सबके प्रिय जननायक आदरणीय श्री राहुल गांधी जी के नेतृत्व में कांग्रेस की विचारधारा और संगठन की मजबूती के लिए काम करने में सबसे आगे रहने वाले आप बब्बर शेर कार्यकर्ताओं का मैं अभिनंदन करता हूँ और आपके प्रेम और सहयोग के लिए आभार प्रकट करता हूँ। अंत में मैं पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को उनके सहयोग और सम्मान के लिए धन्यवाद देता हूँ। जय छत्तीसगढ़।
कांग्रेस के पूर्व सह प्रभारी रहे चंदन यादव को लेकर उनके कार्यकाल को लेकर हमने कई वरिष्ठ नेताओं से चर्चा की मगर अधिकृत तौर पर किसी ने भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
दूसरी ओर प्रदेश कांग्रेस के कई युवा नेता चंदन यादव को मिस कर रहे हैं। इसकी वजह यह है कि चंदन ने सभी को सम्मान दिया, सबके साथ मिलकर काम किया और जहां भी कमी गलती महसूस हुई, उन्होंने नेताओं को प्यार से समझाया।
चंदन यादव पर नही लगा कोई दाग,जबकि प्रभारी ज्यादा बदनाम हुए
उल्लेखनीय बात यह है कि चंदन यादव की कार्य प्रणाली कई वरिष्ठ नेताओं को चुभ रही थी इसकी बड़ी वजह उनका ईमानदार होना रहा अन्यथा पूरे कार्यकाल के दौरान चंदन यादव ने अपनी छवि बनाकर रखी। वे कभी विवादों में नहीं रहे और न ही प्रदेश के अन्य वरिष्ठ प्रभारी नेताओं की तरह, चंदन यादव पर कोई गंभीर आरोप लगा। अन्यथा चाहे पुनिया प्रभारी रहे हों या सैलजा, दोनो ही नेताओं पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे। सैल्जा ने तो नोटिस तक भेज दिया था लेकिन चंदन यादव काजल की कोठरी की तरह बचे रहे। इसी का प्रतिफल है कि कांग्रेस आलाकमान ने उन्हें मध्य प्रदेश जैसे बड़े राज्य का प्रभारी बनाया है।
खुलासे वाली बात यह है कि प्रभारी सचिव रहते हुए चंदन यादव कई बार प्रदेश के दिग्गज कांग्रेसी नेताओं से भी लड़ लेते थे क्योंकि उसके पीछे कार्यकर्ता और नेताओं का हित जुड़ा होता था। सफल कार्यकाल के लिए हमारी भी शुभकामनाएं।