CGMSC घोटाला मामले में ED की बड़ी कार्रवाई, रायपुर और दुर्ग में मोक्षित कॉर्पोरेशन के ठिकानों पर की छापेमारी

बिगुल
CGMSC Scam: छत्तीसगढ़ के चर्चित CGMSC घोटाला मामले में ED ने ने बड़ी कार्रवाई की है. ED ने दुर्ग के साथ रायपुर में भी दबिश दी. जहां दुर्ग में मोक्षित कॉर्पोरेशन के साझेदार शशांक चोपड़ा के 3 घरों और ऑफिस, वहीं तकनीकी प्रबंधक कमलकांत पाटनवार के रायपुर के भटगांव स्थित घर ED ने छापेमार कार्रवाई की है.
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CGMSC Scam: छत्तीसगढ़ के चर्चित CGMSC घोटाला मामले में ED ने ने बड़ी कार्रवाई की है. ED ने दुर्ग के साथ रायपुर में भी दबिश दी. जहां दुर्ग में मोक्षित कॉर्पोरेशन के साझेदार शशांक चोपड़ा के 3 घरों और ऑफिस, वहीं तकनीकी प्रबंधक कमलकांत पाटनवार के रायपुर के भटगांव स्थित घर ED ने छापेमार कार्रवाई की है.
मोक्षित कॉर्पोरेशन के ठिकानों पर ED की छापेमारी
ED की छत्तीसगढ़ इकाई ने मोक्षित कॉर्पोरेशन के साझेदार शशांक चोपड़ा, तकनीकी प्रबंधक कमलकांत पाटनवार समेत सीजीएमएससी और डीएचएस के अधिकारियों से जुड़े रापपुर और दुर्ग के 18 ठिकानों पर छापेमारी की. शशांक चोपड़ा ने CGMSC के अधिकारियों के साथ मिलीभगत करके मेडिकल उपकरणों और रीएजेंट्स की आपूर्ति का अवैध रूप से रेट कॉन्ट्रैक्ट हासिल किया. रेट कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने के बाद, शशांक चोपड़ा ने डीएचएस और सीजीएमएससी के अधिकारियों को फिर से प्रभावित करके लगभग 500 करोड़ रुपये के खरीद ऑर्डर जारी करवाए.
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650 करोड़ के घोटाले से जुड़े है तार
बूता दें कि मोक्षित कॉर्पोरेशन का नाम छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कॉर्पोरेशन लिमिटेड (CGMSC) से जुड़े 650 करोड़ रुपये के कथित घोटाले में सामने आया है. यह घोटाला चिकित्सा उपकरणों और दवाओं की खरीद में अनियमितताओं से संबंधित है, जिसमें कथित तौर पर बड़े पैमाने पर वित्तीय हेराफेरी और भ्रष्टाचार हुआ। जांच एजेंसियों का मानना है कि इस घोटाले में कई बड़े नाम शामिल हो सकते हैं, और मोक्षित कॉपोरेशन इस कथित साजिश का एक हिस्सा हो सकता है।