आखिरकार टमाटर ने बदला ‘रंग’, लोगों ने ली राहत की सांस, जानें आजकल क्या चल रहा है टमाटर के भाव …..
बिगुल
मध्यप्रदेश :- राजनीति में टमाटर के भाव बता कर महंगाई का उदाहरण देने वाले नेताओं को अब यह भी जान लेना चाहिए कि टमाटर के भाव कम हो गए हैं. बाजार में नए टमाटर की आवक के साथ काफी गिरावट देखने को मिल रही है.
इतना ही नहीं दूसरी सब्जियों के भाव भी पहले से काफी कम हुए हैं.इससे आम उपभोक्ताओं ने राहत की सांस ली है. मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव में इस बार भी महंगाई का मुद्दा प्रमुखता से छाया हुआ है. राजनीतिक दलों द्वारा मंच से सब्जियों के भाव बात कर महंगाई से तुलना की जा रही है. गौरतलब है कि पिछले दिनों टमाटर के भाव में रिकॉर्ड बना लिया था. टमाटर 200 रुपये प्रति किलो तक बिक चुका है. अब मध्य प्रदेश की मंडियों में महाराष्ट्र के येवला, रासल गांव, पीपलगांव का नया टमाटर आ चुका है. इसी के चलते टमाटर के भाव में काफी गिरावट आई है. टमाटर के थोक व्यापारी उत्सव सोलंकी के मुताबिक थोक बाजार में टमाटर 50 रुपये प्रति किलो के भाव से बिक रहा है.
सोलंकी ने बताया कि महाराष्ट्र के कई इलाकों में टमाटर की आवक हो गई है. नया टमाटर बाजार में आने की वजह से भाव में अचानक गिरावट देखने को मिल रही है.व्यापारी के मुताबिक आने वाले दिनों में यदि आवक और बढ़ी तो टमाटर के भाव और भी नीचे आ सकते हैं. सब्जी व्यापारी का यह भी कहना है की दूसरी सब्जियों में भी काफी गिरावट देखने को मिल रही है.भिंडी के भाव 10 रुपये प्रति किलो तक आ गए हैं. इसके अलावा खीरा भी नीचे उतर गया है. वर्तमान में सब्जियों के भाव कम होने से आम लोगों ने राहत की सांस ली है.
उज्जैन की सब्जी मंडी में टमाटर खरीदने पहुंची राधाबाई ने बताया कि टमाटर का उपयोग सलाद से लेकर सब्जियों में आवश्यक रूप से होता है. टमाटर के भाव आसमान छूने की वजह से यह आम लोगों की पहुंच से बाहर हो गए थे. थोक बाजार में आई गिरावट की वजह से फुटकर बाजार में भी टमाटर के भाव में थोड़ी कमी आई है. हालांकि अभी फुटकर बाजार में 70 रुपये किलो टमाटर बिक रहा है, लेकिन धीरे-धीरे यह गिरावट जारी रहने की उम्मीद है. उन्होंने बताया कि हर व्यक्ति पूरा कैरेट नहीं खरीद पाता है, इसलिए लोगों को फुटकर बाजार से ही टमाटर खरीदना पड़ता है.