पहल: एक दिन में तैयार कर दिया छह स्टॉप डेम, नही होगी पानी की कमी, बस्तर में स्कूल से विदाई के दिन छात्रों ने गांव को दिया स्पेशल गिफ्ट
बिगुल
बस्तर. 12वीं कक्षा के छात्र-छात्राएं स्कूल से विदाई पर जहां एक ओर अपने दोस्तों और जूनियर से बिछड़ने के गम में डूबे रहते हैं, एक दूसरे से आगे भी मिलते रहेंगे जैसे वादे करते हैं. वहीं छत्तीसगढ़ के बस्तर के एक छोटे से गांव के छात्रों ने अपने ही गांव की तस्वीर बदलने की ठानी और विदाई के मौके पर अपने गांव और घर में पानी की किल्लत को दूर करने के लिए गांव में छोटे-छोटे स्टॉप डेम बनाने का काम एक दिन में पूरा किया.
धीरे-धीरे गर्मी की शुरूआत होती जा रही है. ऐसे में यहां अब भूगर्भ जलस्तर तेजी से नीचे चला जाता है. जिसकी वजह से हैंडपंप और पाइप लाइन से पानी पहुंचना मुश्किल हो जाता है. ऐसे में गांव में घर की माता-बहनों को पीने के पानी के लिए भटकना पड़ता है. बच्चों ने उनकी परेशानी दूर करने की कोशिश की है.
कहते हैं चाह लो तो कोई भी लक्ष्य मुश्किल नहीं. इस लाइन को करीत गांव के सरकारी स्कूल के बच्चों ने सहीं साबित कर दिखाया है. करीब 35 बच्चों ने मिलकर एक ही दिन में गांव में अलग-अलग जगहों पर 6 स्टॉप डेम तैयार कर दिए है. इस कार्य को देखकर गांव के लोगों के भी होश फाख्ता हो गए हैं, लेकिन अच्छी बात यह है कि इस विशेष दिन गांव को इस तरह का विशेष गिफ्ट देना समाज में बड़े और बेहतर परिवर्तन की ओर इशारा कर रहा है.
बच्चों की मेहनत रंग लाई, जमा होने लगा पानी
जिन जगहों पर 6 छोटे-छोटे स्टॉप डेम को बनाया गया है. वहां धीरे-धीरे पानी जमा होने लगा है, काम के बाद स्टॉप डेम में पानी का स्तर जैसे-जैसे बढऩे लगा सभी बच्चों के चेहरे पर खुशी की लहर नजर आने लगी. बच्चों का कहना है कि उनकी मेहनत रंग ले लाई है. 12वीं के बच्चों ने आगे भी राष्ट्र निर्माण में राष्ट्रीय सेवा योजना के साथ सक्रिय रहकर कार्य करने का निश्चय किया.
शिक्षक से मांगी मदद से तैयार किए स्टॉप डेम
गांव में पानी की समस्या देख बच्चों ने स्कूल के शिक्षकों से मदद मांगी, शिक्षकों ने भी देर नहीं की और उनकी मदद की. समास्या को देखते हुए पहले जगह चयनित की गई. फिर प्लास्टिक बोरों में रेत भरकर नदी किनारे ले जाया गया. बच्चों की टीम बनाकर हर बच्चे को दो बोरे में मिट्टी और रेत का मिश्रण मिलाकर भरकर सीलने को कहा गया. इस तरह 54 बोरे भरकर जमा हो गए, इन बोरों से 6 जगहों पर पानी पर्याप्त मात्रा में रोका जा सकता है.
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