गरबा पांडाल में लव जिहाद का आरोप, हिन्दू संगठन पुलिस के पास पहुंचे, माता की ड्रेस बुर्के जैसी

बिगुल
इंदौर में शारदीय नवरात्रि से पहले बड़ा बवाल हो गया। शहर के दो प्रमुख गरबा पांडाल में अलग अलग कारणों से विवाद हुए। इंदौर के खजराना क्षेत्र में बने गरबा पांडाल की मूर्ती को बुर्के जैसी ड्रेस पहनाने के आरोप लगे। वहीं भंवरकुआं क्षेत्र में गरबा पांडाल में लव जिहाद फैलाने के आरोप लगे। दोनों ही मामलों में हिन्दू संगठन पुलिस कार्रवाई के लिए पहुंचे।
मूर्तिकार को थाने बुलवाया
इंदौर के खजराना इलाके में मूर्ति कलाकारों द्वारा माता की मूर्ति को बुर्के जैसी ड्रेस पहनाने की सूचना पर हिंदूवादियों ने हंगामा कर दिया। हंगामे के बाद हिंदूवादियों ने थाने पहुंचकर पुलिस से मूर्तिकार और मूर्ति स्थापित करने वाले पर कार्रवाई की मांग की। टीआई मनोज सेंधव के मुताबिक हिंदूवादी नेता लक्की रघुवंशी ने अपने साथियों के साथ थाने पहुंच कर खजराना इलाके में रहने वाले बंगाली कारीगर द्वारा बुर्के वाली माताजी बनाने की शिकायत की है। शिकायत के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंच कर तफ्तीश की तो बुर्के जैसी बात नहीं मिली है। पुलिस ने मूर्तिकार को थाने में लाकर पूछताछ की है। जानकारी के मुताबिक मूर्ति बनाने वाला कारीगर हिंदू है। मूर्ति लक्की चौहान निवासी मालवीय नगर द्वारा बनवाई जा रही थी। पुलिस ने उससे भी बुलाकर पूछताछ की है। पुलिस ने हिंदूवादियों के आवेदन पर कार्रवाई की बात कही है।
पांडाल का टेंट हटवाया
इंदौर के भंवरकुआ इलाके में होने वाला मूर्ति स्थापना और गरबा आयोजन बुधवार को निरस्त हो गया। इस संबंध में बजरंग दल कार्यकर्ताओं नेआयोजक पर लव जिहाद फैलाने का आरोप लगाया था। शिकायत मिलते ही पुलिस ने जांच की और आयोजन स्थल से टेंट, जगह-जगह लगे पोस्टर भी हटवा दिए। भंवरकुआ टीआई राजकुमार यादव ने बताया कि बजरंग दल रामेश्वर जिले के राम दांगी सहित अन्य कार्यकर्ताओं ने इस संबंध में शिकायत की थी। दांगी ने पुलिस से शिकायत की है कि भावना नगर में पिछले कई सालों से फिरोज खान शिखर गरबा मंडल के नाम से नौ दिवसीय मूर्ति स्थापना के साथ गरबे का आयोजन करता है। यह आयोजन लव जिहाद को बढ़ाने देने के लिये किया जाता है। उन्हें सोशल मीडिया से इस बात की जानकारी लगी है। राम दांगी ने बताया कि जो मूर्ति पूजा पर विश्वास नहीं करते वह विधि विधान से किस तरह से नौ दिन पूजा अर्चना करेंगे। उन्होंने बताया कि 24 सितंबर को ही बजरंग दल इस तरह के आयोजनों में वर्ग विशेष के लोगों की एंट्री के खिलाफ पुलिस प्रशासन को अलर्ट कर चुका है। चेतावनी के बाद विवाद की स्थिति को देखते हुए यह आयोजन पुलिस प्रशासन ने देर रात निरस्त कर दिया। यहां पहुंचकर पुलिस ने टेंट और अन्य सामान हटवाया।