श्यामलादण्डकम पाठ से हुई कालिदास समारोह की शुरुआत, वागर्चन कार्यक्रम में पहुंचे सैकड़ों लोग
बिगुल
66वें अखिल भारतीय कालिदास समारोह, 2024 की मां गढ़कालिका की आराधना से औपचारिक शुरुआत रविवार से हो गई। कालिदास संस्कृत अकादमी के बैनर तले रविवार को विद्यालय, गुरुकुल एवं अन्य संस्थाओं के छात्र-छात्राओं ने सामूहिक श्यामलादण्डकम का पाठ किया।
कालिदास संस्कृत अकादमी के निदेशक डॉ. गोविन्द गन्धे ने बताया कि प्रतिवर्ष की परम्परा के अनुसार इस वर्ष भी वागर्चन का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। इस वर्ष इस कार्यक्रम की विशेषता यह रही कि इसमें विद्यालयीन छात्र-छात्राओं की सहभागिता रही। श्री महाकालेश्वर शोध एवं वैदिक प्रशिक्षण संस्थान,महर्षि सान्दीपनि राष्ट्रीय वेद विद्या प्रतिष्ठान,शा. विजयराजे उमा विद्यालय दशहरा मैदान, शासकीय आर्दश संस्कृत विद्यालय मोहन नगर, भारतीय गुरुकुल के विद्यार्थियों सहित संस्कृत के विद्वान, गणमान्य नागरीक एवं संत सुन्दरदास संस्थान के सभी पदाधिकारी एवं समाजसेवी,उपस्थित थे।
डॉ. अपर्ण भारद्वाज, कुलगुरु, विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन, डॉ. बालकृष्ण शर्मा, पूर्व कुलपति विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन, डॉ.तुलसीदास परौहा पाणिनि संस्कृत वैदिक विश्वविद्यालय, उज्जैन, प्रो. शैलेन्द्र कुमार शर्मा, सचिव कालिदास समिति विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन, डॉ. सर्वेश्वर शर्मा, डॉ. महेन्द्र पण्ड्या, डॉ. पियुष त्रिपाठी, डॉ. विष्णुप्रसाद मीणा, डॉ सन्तोष पण्ड्या, डॉ. योगेश्वरी फिरोजिया, अजय मेहता, श्रीमती पदमजा रघुवंशी, मुकेशचन्द्र भाला, डॉ. रमेश शुक्ला, धर्मेंद्र गुप्ता (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष -अखिल भारतीय खंडेलवाल वैश्य महासभा), मुकेश मेठी (राष्ट्रीय संयुक्त मंत्री- अखिल भारतीय खंडेलवाल वैश्य महासभा) मोहन खंडेलवाल मुकुल, सचिव – संत सुंदरदास सेवा संस्थान, दीपक बडेरा सह सचिव संत सुंदर दास सेवा संस्थान उज्जैन व महेश तिवारी विश्व हिंदू परिषद उज्जैन आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन मोहन खण्डेलवाल ने किया एवं आभार कार्यक्रम प्रभारी अनिल बारोड़ ने व्यक्त किया।