Blog

नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत थे चुप! DAP पर भूपेश बघेल ने सभी विधायकों से कहा- जारी रखो नारेबाजी

बिगुल
छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के चौथे दिन कांग्रेस विधायक उमेश पटेल ने प्रश्नकाल में खाद की कमी का मुद्दा उठाया. इस पर कृषि मंत्री रामविचार नेताम के जवाब से असंतुष्ट विपक्षी विधायकों ने जोरदार हंगामा किया. इसी बीच नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत और पूर्व सीएम भूपेश बघेल के बीच विरोधाभास दिखा. जहां चरण दास महंत सदन में चुप बैठे थे और भूपेश बघेल ने सभी विधायकों से नारेबाजी जारी करने को कहा.

DAP खाद के मुद्दे पर सदन में हंगामा
मानसून सत्र के चौथे दिन कांग्रेस विधायक उमेश पटेल ने प्रश्नकाल में खाद की कमी का मुद्दा उठाया. इस पर कृषि मंत्री रामविचार नेताम के जवाब से असंतुष्ट विपक्षी विधायकों ने जोरदार हंगामा किया. हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही को दो बार स्थगित भी करना पड़ा. इसके बावजूद विपक्षीय विधायकों ने गर्भगृह में बैठकर आधे घंटे तक प्रदर्शन किया. इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने भी नाराजगी जताई है.

महंत थे चुप! भूपेश बघेल ने विधायकों से कहा- जारी रखो नारेबाजी
वहीं हंगामे के बीच जहां सदन में चरणदास महंत चुप बैठे थे, वहीं उनसे हटकर भूपेश बघेल ने सभी विधायकों से नारबाजी जारी रखने की बात कही. वहीं विधानसभा अध्यक्ष के बार-बार कहने के बाद भी विपक्षी विधायकों ने प्रदर्शन जारी रखा.

नेता प्रतिपक्ष ने CM साय का जताया था आभार
बता दें कि मानसून सत्र के तीसरे दिन CM विष्णु देव साय का जवाब सुनने के बाद नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत ने मुख्यमंत्री का आभार जताया था. उन्होंने कहा- ‘उपभोक्ता बिजली बिल के दरों से परेशान है. बड़े-बड़े औद्योगिक घराने और प्रतिष्ठानों से बिजली बिल वसूलने के बजाय वह राशि को उपभोक्ता और किसानों से वसूला जा रहा. मुख्यमंत्री जी ने काम करने की बात कही है. उन बातों से हमें लगा कि वह ध्यान दे रहे हैं. हमें लगा कि उन्होंने इसको सीरियस माना है इसलिए हमने उनका धन्यवाद दिया.

भूपेश बघेल ने भी सरकार को घेरा
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पूछा कि डीएपी की कालाबाजारी क्यों हो रही है? इस पर कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने कहा कि अभी तक 1 लाख 72 हजार मैट्रिक टन डीएपी आ गया है, 18 हजार मैट्रिक टन अगले 5 दिन में और आ जाएगा, कहीं कोई दिक्कत नहीं होगी.

Show More

The Bigul

हमारा आग्रह : एक निष्पक्ष, स्वतंत्र, साहसी और सवाल पूछती पत्रकारिता के लिए हम आपके सहयोग के हकदार हैं. कृपया हमारी आर्थिक मदद करें. आपका सहयोग 'द बिगुल' के लिए संजीवनी साबित होगा.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button