मध्यप्रदेश

MP : झाबुआ में एसडीएम और टीआई के बीच हाई-प्रोफाइल विवाद, एसडीएम के सपोर्ट में आई कलेक्टर

बिगुल
झाबुआ जिले में प्रशासनिक और पुलिस विभाग के बीच एक हाई-प्रोफाइल विवाद ने तूल पकड़ लिया है। यह विवाद 2022 बैच की आईएएस अधिकारी और एसडीएम तनुश्री मीना तथा पेटलावद थाने के टीआई प्रदीप वाल्टर के बीच है। मामूली घटना से शुरू हुआ यह विवाद अब गंभीर रूप ले चुका है, जिसके चलते कलेक्टर नेहा मीना ने भी हस्तक्षेप करते हुए टीआई के खिलाफ वरिष्ठ अधिकारियों को शिकायत पत्र भेजा है।

एसडीएम की शिकायत पर कलेक्टर नेहा मीना ने भी अपना समर्थन दिया। उन्होंने टीआई वाल्टर के खिलाफ वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र जारी कर उनके आचरण की लिखित शिकायत की और उचित कार्रवाई की मांग की। इस विवाद के चलते प्रशासनिक और पुलिस दोनों विभागों के बीच तालमेल में खटास आने की आशंका जताई जा रही है।

कुर्सी पर बैठने को लेकर शुरू हुआ विवाद
बताया जा रहा है कि इस विवाद की शुरुआत 27 सितंबर 2024 को एक बैठक के दौरान हुई, जब एसडीएम तनुश्री मीना ने कानून व्यवस्था पर चर्चा के लिए एसडीओपी और टीआई प्रदीप वाल्टर को बुलाया। बैठक में एसडीओपी पहले से कुर्सी पर बैठे थे, जिसे देखकर टीआई वाल्टर भी बैठ गए। इस पर एसडीएम ने आपत्ति जताई कि टीआई ने बिना अनुमति के बैठना अनुशासन का उल्लंघन किया है। इस बात पर टीआई नाराज हो गए और बिना बैठक पूरी किए बाहर चले गए। इसके बाद फोन पर भी दोनों के बीच कहासुनी हो गई।

एसडीएम ने की टीआई की शिकायत
बैठक के बाद एसडीएम तनुश्री मीना ने कलेक्टर नेहा मीना को टीआई वाल्टर के खिलाफ एक शिकायती पत्र भेजा, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि टीआई ने उनके प्रति अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया और आक्रामक व्यवहार दिखाया। एसडीएम के अनुसार, जब टीआई से कुछ सवाल पूछे गए तो उन्होंने न केवल अनुचित तरीके से जवाब दिया बल्कि निंदनीय व्यवहार भी किया। इसके बाद, एसडीएम ने उन्हें कार्यालय से बाहर जाने के लिए कहा।

जनसुनवाई में अनुपस्थिति पर नोटिस
विवाद यहीं नहीं थमा। एसडीएम तनुश्री मीना ने टीआई वाल्टर को जनसुनवाई में अनुपस्थित रहने को लेकर एक नोटिस जारी किया। हर मंगलवार को जनसुनवाई आयोजित की जाती है, लेकिन टीआई वाल्टर इसमें अनुपस्थित रहते थे, जिससे जनसमस्याओं के निराकरण में दिक्कतें आ रही थीं। एसडीएम ने नोटिस में कहा कि टीआई इस संबंध में स्पष्टीकरण दें, अन्यथा वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी सूचना दी जाएगी।

ईगो क्लैश को बताया जा रहा विवाद का कारण
तनुश्री मीना 2022 बैच की आईएएस अधिकारी हैं और हाल ही में सितंबर 2024 में झाबुआ में एसडीएम के पद पर नियुक्त हुई हैं। इससे पहले वे छिंदवाड़ा में सहायक कलेक्टर के रूप में कार्यरत थीं। वहीं, टीआई प्रदीप वाल्टर 2000 बैच के सब-इंस्पेक्टर हैं और प्रमोशन के बाद अब टीआई के पद पर कार्यरत हैं। दोनों अधिकारियों की कार्यशैली अच्छी मानी जाती है, लेकिन ईगो क्लैश के कारण यह विवाद तूल पकड़ चुका है।

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