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फिल्म फेस्टीवल का दूसरा दिन : मास्टरक्लास में रायपुरियंस ने सीखी फिल्म की बारीकियां, कल समापन, सीएम भूपेश बघेल और अभिनेत्री अमिषा पटेल होंगी मेहमान

बिगुल
रायपुर. आर्ट, लिट्रेचर एंड फिल्म फेस्टिवल राल्फ के दूसरे दिन सिनेप्रेमियों के लिए खास रहा है। विशेषज्ञों के मास्टरक्लास में युवाओं ने फिल्म और तकनीक के बारीकियों को सीखा। इसके साथ ही चयनित फिल्मों की स्क्रीनिंग की गई।

फेस्टिवल के दूसरे दिन फिल्म डायरेक्टर मनोज वर्मा ने स्क्रिप्ट और स्क्रीनप्ले की बारीकियों के बारे में बताया। इस दौरान कई सवालों के जवाब भी दिए। इन्डेपेंडेंट फिल्म मेकिंग एंड साउंड डिजाईन विषय पर अजित सिंह राठौर (जिमी) ने युवाओं की मास्टर क्लास ली। शैलेंद्र सिंह सोढ़ी ‘शेली’ और विनीत शर्मा ने पोएट्री और म्यूजिक से संबंधित बारीकियों के बारे में बताया। उन्होंने फिल्म तकनीक में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के प्रभावों के बारे में बताया। एक्टिंग की बारीकियों पर प्रितेश पाण्डेय ने क्लास ली। छत्तीसगढ़ की बेटी पायल विशाल ने वाइस ओवर की बारीकियों के बारे में बताया। इन्डेपेंडेंट फिल्म मेकिंग पर नीरज ग्वाल की मास्टर क्लास रही।

फिल्म फेस्टिवल के दूसरे दिन द कोरोना फाइटर, ढाई किलो का हाथ, एह्साह, टम-टम, स्पाइसी रम, गूफी लव स्टोरी, एक भ्रष्ट शिक्षक, द सुपर राइडर्स, मेलेनिन म्यूज, माई मदर माई वर्ल्ड, आई ऍम नोट डाउन, फांस 47, ट्रैफिक, निकास, दंडकारण्य, मोनेर कोथा, कोर्ट, पहला अंडा, द जर्नी, मेरा दद्दू (माई ग्रैंडपा) फिल्मों की स्क्रीनिंग हुई।

छत्तीसगढ़ी सिनेमा में शोध कर रहे शोधार्थी राहुल तिवारी ने मास्टरक्लास अटेंड किया। राहुल ने बताया राल्फ एक ऐसा मंच है जहां न सिर्फ आप फिल्मों को देखते हैं बल्कि उनकी बारीकियों से भी परिचित होते हैं। राहुल ने मास्टरक्लास के दौरान मनोज वर्मा से सवाल भी पूछा।

फिल्म मेकर राजकुमार दास की फिल्म द राइडर्स की स्क्रीनिंग भी हुई। राजकुमार ने बताया कि फेस्टिवल में दिखाई गई फिल्में मनोरंजक और काफी क्रिएटिव हैं, इन्हें देखकर मनोरंजन और प्रेरणा मिलती है, यह फेस्टिवल हम जैसे फिल्ममेकर्स के लिए एक सशक्त प्लेटफॉर्म है जहां से हम आगे और रचनात्मक फिल्में बनाने के लिए प्रेरित हो पाते हैं।

रायपुर के वीडियो कंटेंट क्रिएटर जयंत राय ने कहा कि वर्कशॉप में मनोज वर्मा सर और दूसरे एक्सपर्ट्स से फिल्ममेकिंग की बारीकियां सीखने मिलीं, साथ ही यह फेस्टिवल फिल्म मेकिंग के तकनीकी पहलुओं पर विस्तृत रूप से सीखने का अनुभव बेस्ट था।

फिल्म स्क्रीनिंग देख रहे पत्रकारिता विश्वविद्यालय के छात्र तेजेश्वर साहू ने बताया फ़िल्म फेस्टिवल में आई सभी फिल्मो को मैंने देखा और मुझे एक भ्रष्ट शिक्षक फ़िल्म काफी पसंद आई। यह फ़िल्म सिनेमाई भाषा को अच्छे से परदे पर उतरने के साथ सामाजिक सन्देश भी दे रही थी। वहीँ पर मेलानिन म्यूस फ़िल्म अपने सन्देश के साथ न्याय नहीं कर पाई लेकिन उसके विसुअलस काफी रिच लगे। मौत के कुंए पर बनी डॉक्यूमेंट्री ने अन्य दर्शकों के साथ मुझे हंसाया भी और सोचने पर भी मजबूर किया। फ़िल्म स्क्रीनिंग के बाद फ़िल्म मेकर्स के अनुभव जानने में सबसे ज्यादा मज़ा आया।

पत्रकारिता विश्वविद्यालय के विद्यार्थी जय वर्मा ने मास्टरक्लास के पूरे सेशन अटेंड किया। जय वर्मा ने बताया कि स्क्रिप्ट को कैसे बनाया जाए इसके बारे में मनोज सर ने बताया। सभी मास्टरक्लास शानदार रहे। ये शुरुआती दौर में सीख रहे फिल्ममेकर के लिए यह शानदार आयोजन है। मैं आयोजकों को सादर साधुवाद देता हूं।

छत्तीसगढ़ के लोकप्रिय कवि राजेश जैन राही ने मास्टरक्लास अटेंड की। उन्होंने बताया कि यह युवाओं के लिए बहुत लाभकारी और शिक्षाप्रद सेशन रहा। यह फेस्टिवल छत्तीसगढ़ के लिए मुंबई के द्वार खोलने के जैसा है।

कल अवार्ड सेरेमनी और समापन समारोह

कल 5 सितम्बर को रायपुर आर्ट, लिट्रेचर एंड फिल्म फेस्टिवल के समापान समारोह और अवार्ड सेरेमनी में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बतौर मुख्य अतिथि साथ ही बॉलीवुड एक्ट्रेस अमीषा पटेल विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल होंगी। इस दौरान चयनित फिल्मों के निर्देशक, निर्माताओं और कलाकारों को सम्मानित किया जाएगा।

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ शासन के संस्कृति विभाग तथा छत्तीसगढ़ टूरिज़्म बोर्ड के सहयोग से नेचर फ्रेंड्स सोशल वेलफेयर ऑर्गनाइजेशन एवं एके एसोसिट्स द्वारा 3 से 5 सितंबर तक आर्ट, लिट्रेरेचर एंड फिल्म फेस्टिवल का आयोजन किया गया।

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