सनी लियोनी के नाम पर हड़पा ‘महतारी वंदन योजना’ का पैसा, एक आरोपी गिरफ्तार
बिगुल
रायपुर. छत्तीसगढ़ में सनी लियोनी के नाम पर ‘महतारी वंदन योजना’ की राशि धोखाधड़ी से हड़पने के मामले में राज्य सरकार ने बस्तर जिले की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की सेवाएं समाप्त कर दी हैं और परियोजना अधिकारी तथा पर्यवेक्षक को निलंबित कर दिया है. अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि इसके साथ ही धोखाधड़ी करने वाले व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया है.
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी ‘महतारी वंदन योजना’ का पैसा अभिनेत्री सनी लियोनी के खाते में जाने की खबरें सोशल मीडिया पर प्रसारित होने के बाद राज्य सरकार ने मामले की जांच की और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की. अधिकारियों के मुताबिक, सरकार ने बस्तर जिले के तालूर गांव की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता वेदमती जोशी को सेवा से बर्खास्त कर दिया है, जबकि पर्यवेक्षक प्रभा नेताम और परियोजना अधिकारी ज्योति मथरानी को निलंबित कर दिया गया है.
उन्होंने बताया कि इसके साथ ही तत्कालीन जिला कार्यक्रम अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है. बस्तर थाने के प्रभारी छबील तांडेकर ने बताया कि ‘महतारी वंदन योजना’ में धोखाधड़ी करने के आरोप में पुलिस ने वीरेंद्र जोशी (37) को भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की प्रासंगिक धाराओं के तहत गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया, जिसने उसे जेल भेज दिया.
अधिकारियों के अनुसार, बस्तर विकासखंड के आंगनबाड़ी केंद्र तालूर में वीरेंद्र कुमार जोशी ने फर्जीवाड़ा करते हुए सनी लिओनी के नाम से आवेदन किया था.
उन्होंने बताया कि जोशी ने आवेदन में अन्य जानकारी के रूप में अपना आधार नंबर और बैंक खाते की जानकारी दी थी. अधिकारियों ने कहा कि प्रत्येक आवेदन की जांच और सत्यापन का जिम्मा ग्राम स्तर पर बनाई गई समिति द्वारा किया जाना था. उन्होंने कहा कि पोर्टल में अंकित दस्तावेजों का प्रथम सत्यापन आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और द्वितीय सत्यापन पर्यवेक्षक द्वारा किया जाना था. आवेदन को परियोजना अधिकारी द्वारा अनुमोदित किया जाना था.
अधिकारियों ने बताया कि इस मामले में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता वेदमति जोशी, जो वीरेंद्र कुमार की पड़ोसी है, द्वारा बिना तथ्यों की जांच परख किए बिना ऑनलाइन पोर्टल पर जोशी द्वारा सनी लिओनी के नाम से किए गए आवेदन को सत्यापित कर दिया गया.
उन्होंने कहा कि इसी तरह पर्यवेक्षक ने भी बिना परीक्षण किए हुए इस आवेदन को सत्यापित कर दिया, जिसके कारण इस फर्जी नाम वाले हितग्राही को उसके आधार नबंर से जुड़े बैंक खाते में राशि का भुगतान हो गया.
अधिकारियों ने बताया कि इस प्रकरण में गंभीर लापरवाही के लिए संबंधित आंगनबाड़ी कार्यकर्ता वेदमति जोशी को बर्खास्त कर दिया गया है तथा पर्यवेक्षक प्रभा नेताम और परियोजना अधिकारी ज्योति मथरानी को निलंबित कर दिया गया है. साथ ही तत्कालीन जिला कार्यक्रम अधिकारी को भी स्पष्टीकरण जारी किया गया है. अधिकारियों ने बताया कि आरोपी वीरेंद्र कुमार जोशी के बैंक खाते को सीज कर भुगतान की गई राशि की वसूली की कार्यवाही की जा रही है.