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एनटीपीसी के खिलाफ रेल रोको आंदोलन की तैयारी, केंद्रीय सरकारी उदयोग नहीं दे रहा अनुकंपा नियुक्ति

बिगुल

बिलासपुर. सीपत स्थित एनटीपीसी केंद्रीय सरकारी उदयोग अनुकंपा नियुक्ति नहीं दे रहा है. इसे लेकर क्षेत्र में बड़ा जन आक्रोश है. यही कारण है कि रविवार को आसपास के लोगों ने रेल रोको आंदोलन की तैयारी की है.

पुलिस अधीक्षक ने क्षेत्र में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया है, और गांव में कोटवारों के जरिए इस बात की मुनादी करवाई जा रही है कि कोई भी इस आंदोलन का हिस्सा नहीं बने. सीपत के बिटकुला में रहने वाले जितेश पटनवार के पिता गजेंद्र पटनवार एनटीपीसी में कार्यरत रहे. कुछ साल पहले उनकी मृत्यु हो गई और बेटा जितेश लगातार अनुकंपा नियुक्ति में एनटीपीसी से नौकरी की मांग करता रहा. लेकिन आज तक उसे नौकरी नहीं मिली है और यही कारण है कि वह आज भी अनुकंपा नियुक्ति को लेकर अड़ा हुआ है.

एनटीपीसी से बातचीत के बाद जब मामला नहीं सुलझा तब उन्होंने रेल रोको आंदोलन की तैयारी शुरू कर दी. रविवार को गांव के लोगों को इस बात के लिए राजी किया कि सारे इस आंदोलन का हिस्सा बनेंगे लेकिन पुलिस की मुस्तादी के कारण फिलहाल तक आंदोलनकारी मौके पर नहीं पहुंच सके हैं. इससे पहले भी एनटीपीसी के खिलाफ क्षेत्र में गलत माहौल बना हुआ है. एनटीपीसी प्रबंधन की लापरवाही के चलते क्षेत्र के सैकड़ो हजारों लोगों को समस्या हो रही है.

क्षेत्र के हजारों लोग आक्रोशित

एनटीपीसी सिर्फ नौकरी या अनुकंपा नियुक्ति के मामले में लोगों को समस्या नहीं दे रहा बल्कि क्षेत्र में उनकी बिजली पैदा करने की प्रक्रिया के दौरान निकली राख ने भी अच्छे खासे लोगों को प्रभावित कर रखा है. प्रदूषण के कारण दिनभर धूल और धुआं उड़ता है और लोगों को समस्या होती है। इसकी शिकायत भी शासन स्तर पर हो चुकी है लेकिन फिलहाल तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.

एनटीपीसी के सुस्त रवैया का कारण है कि इससे पहले भी गांव के लोगों ने रेल रोको आंदोलन किया था, और बड़ी संख्या में पुलिस ने लोगों के साथ अमानवीय व्यवहार भी किया. कुल मिलाकर जब भी NTPC में कोई मामला होता है. प्रबंधन पुलिस को आगे कर देता है, और इसके कारण ही किसी समस्या का हाल सालों से नहीं हो पा रहा है. अनुकंपा नियुक्ति के मामले में भी सैकड़ो लोग चाहते हैं कि प्रबंधन यह सुविधा शुरू करें लेकिन अभी तक उनके यहां या सुविधा शुरू हुई है या भी नहीं इसकी पुष्टि करने वाला भी कोई नहीं है.

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