खास खबर : बस्तर की अपूर्वा त्रिपाठी केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा के हाथों पुरस्कृत, एग्रीकल्चर लीडरशिप अवार्ड-2023 मिला, कृषक-वैज्ञानिक डॉ.राजाराम त्रिपाठी की बेटी हैं अपूर्वा
बिगुल
रायपुर. देश की राजधानी दिल्ली के हालीडे इन के सभागार में आयोजित एक भव्य समारोह में, छत्तीसगढ़ बस्तर की बेटी अपूर्वा त्रिपाठी को भारत सरकार के कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा द्वारा कृषि क्षेत्र के देश के सर्वोच्च सम्मान “एग्रीकल्चर लीडरशिप अवार्ड-2023 ” से सम्मानित किया गया।
इस कार्यक्रम में भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश और केरल के पूर्व राज्यपाल न्यायमूर्ति पी. सदाशिवम, ओपी धनकड़,इंडियन चैम्बर ऑफ फुड एंड एग्रीकल्चर के चेयरमैन एमजे खान,ममता जैन और विभिन्न केंद्रीय और राज्य मंत्रियों सहित प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्तियों, कृषि विशेषज्ञों तथा बड़ी संख्या में प्रगतिशील कृषकों की सहभागिता रही।
एग्रीकल्चर लीडरशिप अवार्ड देश के सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व चीफ जस्टिस के नेतृत्व में 21 विशेषज्ञ सदस्यों की जूरी द्वारा ‘एग्रीकल्चर लीडरशिप अवार्ड’ हेतु उन व्यक्तियों चयन करता है जिन्होंने देश में कृषि के क्षेत्र में असाधारण नेतृत्व और सफल नवाचार का प्रदर्शन किया है, और क्षेत्र की वृद्धि और विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। यह अवार्ड विगत 14 वर्षों से दिए जा रहे हैं।
बस्तर कोंडागांव की अपूर्वा त्रिपाठी देश में एक युवा रोल-मॉडल तथा कृषि में नई प्रेरणा की किरण बनकर उभरी हैं। शैक्षणिक उत्कृष्टता के साथ, देश के शीर्ष संस्थानों से बौद्धिक संपदा कानून और बिजनेस कानून में बीए, एलएलबी और ‘डबल-एलएलएम’ की डिग्री हासिल करने वाली अपूर्वा वर्तमान में बस्तर, छत्तीसगढ़ में जनजातीय महिलाओं के पारंपरिक स्वास्थ्य प्रथाओं और कृषि प्रथाओं पर पीएचडी कर रही हैं। अपूर्वा सुप्रसिद्ध कृषक-वैज्ञानिक डॉ. राजाराम त्रिपाठी की बेटी हैं.