उद्योगपति के बेटे के अपहरण की साजिश रचने वाले आरोपी गिरफ्तार, हरियाणा के फौजी गैंग के साथ पकड़े गए

बिगुल
छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में एक बड़े उद्योगपति के बेटे के अपहरण की साजिश रचने वाले अम्बिकापुर के दो युवको को हरियाणा के फौजी गैंग के साथ पुलिस के द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है। ज्ञात हो कि फौजी गैंग के पांच सदस्यों ने अंबिकापुर के एक कारोबारी से 11 लाख रुपये की फिरौती वसूली थी। इसमें भी स्थानीय युवकों की संलिप्तता की बात सामने आ रही थी। जिसमें पुलिस ने फिरौती वसूली के मामले में दोनों युवकों को सह आरोपी बनाया है।
उल्लेखनीय है कि सरगुजा में रंगदारी के लिए बुलाए गए हरियाणा के फौजी गैंग के गुंडों के साथ मिलकर उद्योगपति के बेटे की अपहरण की साजिश का पता चलने पर अंबिकापुर के दो युवकों को हिरासत में लिया गया। पकड़े गए युवक साहिल गोयल एवं आर्यन मुखर्जी ने फौजी गैंग के बदमाशों के साथ मिलकर उद्योगपति के पुत्र के अपहरण की प्लानिंग की थी। फौजी गैंग को दोनों ने उद्योगपति के आफिस से लेकर घर और पुत्र की पूरी जानकारी दी। गैंग के 9 सदस्य एक कारोबारी से 11 लाख रुपये फिरौती वसूलने व बाइक लूट के मामले में गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
रायपुर से अंबिकापुर तक किया था पीछा
फौजी गैंग के बदमाशों ने बीते 14 व 15 दिसंबर की रात रायपुर से अंबिकापुर तक उद्योगपति के गाड़ी का पीछा अपने स्कार्पियो वाहन से किया। पकड़े गए दोनों युवकों ने जब बताया कि गाड़ी में उद्योगपति का भतीजा है तो उनके कहने पर फौजी गैंग ने अपहरण की घटना को टाल दिया। अपहरण के लिए दूसरे मौके का इंतजार करने का निर्णय लिया गया। इसके पहले कि वे उद्योगपति के पुत्र का अपहरण कर पाते, बाइक लूट के मामले में पकड़े गए।
बड़ी साजिश का हुआ खुलासा
पुलिस ने फौजी गैंग के सदस्यों से पूछताछ की तो उद्योगपति के पुत्र के अपहरण की साजिश की बात सामने आई। पुलिस के अनुसार आर्यन मुखर्जी से फौजी गैंग के एक सदस्यों की मुलाकात अंबिकापुर से शहडोल जाने के दौरान ट्रेन में हुई थी। पुलिस ने साहिल एवं आर्यन को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पता चला कि गैंग के साथ मिलकर उन्होंने फिरौती की बड़ी रकम वसूलने का प्लान बनाया था। आर्यन मुखर्जी और साहिल ने ही फौजी गैंग को रवि मार्बल दुकान दिखाया और फिरौती की योजना बनाई।
कारोबारी से वसूला था 11 लाख रुपये
बीते 16 दिसंबर को फौजी गैंग के पांच बदमाशों ने अंबिकापुर में रवि मार्बल के संचालक शेखर अग्रवाल एवं परिवार को जान से मारने की धमकी 50 लाख मांगे। उन्होंने दुकान से 77 हजार रुपये लूट लिया और 17 दिसंबर को शेखर अग्रवाल से 10 लाख रुपये की फिरौती वसूली थी।