फिर दहशत की कोशिश: छत्तीसगढ़-झारखंड सीमा पर नक्सलियों का तांडव; मुंशी को घर से बाहर निकालकर मुंह में मारी गोली

बिगुल
छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में नक्सलियों ने एक बार फिर दहशत फैलाने की कोशिश की है। यहां के छत्तीसगढ़-झारखंड सीमा से लगे ओरसापाठ में नक्सलियों ने जमकर तांडव मचाया है। करीब 10 से 12 की संख्या में झारखंड से आये नक्सलियों ने सड़क निर्माण कार्य में लगे मुंशी को पहले घर से बाहर ले जाकर जमकर पीटा।
इसके बाद बड़े ही बेरहमी से मुंह में गोली मारकर हत्या कर दी। इतना ही नहीं नक्सलियों ने दो वाहनों को भी फूंक दिया है। घटना छत्तीसगढ़-झारखंड बॉर्डर से लगे महुआडांड थाने क्षेत्र के तहत ओरसापाठ की है। घटना के बाद बलरामपुर पुलिस अलर्ट मोड पर है।
लेवी वसूली के लिए वारदात को अंजाम देने की आशंका
इस मामले में झारखंड पुलिस जांच में जुटी है। नक्सलियों के आहट से एक बार फिर से क्षेत्र में दहशत का माहौल बन गया है। आशंका जताई जा रही है कि नक्सलियों ने लेवी वसूली के लिए इस घटना को अंजाम दिया है। बताया जाता है कि करीब 10 से 12 नक्सलियों ने मुंशी अयूब अंसारी (60) को पहले घर से उठाया। फिर कुछ दूर ले जाकर उसकी जमकर पिटाई की। इसके बाद बड़े ही बेदर्दी मुंह में गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। इसके साथ ही सड़क निर्माण कार्य में लगे एक्सीवेटर और ग्रेडर मशीन को भी आग के हवाले कर दिया।
दो वाहनों को भी फूंका
बता दें कि छत्तीसगढ़ की सीमा से झारखंड के लातेहार जिले के महुआडांड़ ब्लॉक का ओरसापाठ गांव लगा हुआ है। नक्सली सबसे पहले ओरसापाठ से अंबाकोना तक निर्माणाधीन सड़क पर पहुंचे। यहां ग्रामीण कार्य विभाग के निर्माण स्थल पर वाहन खड़ा कर डीजल निकाला। इसके बाद एक्सीवेटर और ग्रेडर मशीन में आग लगा दी। यहां 50 करोड़ की लागत से मेढ़ारी से ओरसापाठ तक बन रही सड़क में मुंशी का काम कर रहे गांव के ही अयूब खान (60) को नक्सलियों ने घर से उठाया। कुछ दूर ले जाकर पहले उसकी जमकर पिटाई की फिर गोली मारकर हत्या कर दी। बताया जाता है कि यह सड़क साढ़े तीन करोड़ की लागत से बन रही है।