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पॉलीटेक्निक कॉलेजों में एडमिशन का आज अंतिम दिन, 30 प्रतिशत हुए प्रवेश, 70 फीसदी सीटें अभी भी खाली

बिगुल
राजधानी पॉलीटेक्निक कॉलेजों में प्रवेश प्रक्रिया चल रही है। अभी तक सिर्फ 30 प्रतिशत सीटों में प्रवेश हो पाए हैं। लगभग 70 प्रतिशत सीटें खाली है। प्रथम चरण में 1,589 सीटों में प्रवेश हुए है, वहीं दूसरी लिस्ट में सिर्फ 945 सीटें आवंटित की गई है। आवंटित सीटों में प्रवेश का आज अंतिम दिन है। प्रदेश में पॉलीटेक्निक की लगभग साढ़े आठ हजार सीटें हैं। पिछले कई वर्षों से पॉलीटेक्निक कॉलेजों में प्रवेश कम हो रहे हैं। इसके बावजूद प्रदेश में पांच नए शासकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज शुरू किए गए। शुरू हुए नए पॉलीटेक्निक कॉलेज में प्रथम चरण में बहुत कम छात्रों ने प्रवेश लिया है।

दूसरी आवंटित सूची में भी इन कॉलेजों में प्रवेश लेने में छात्रों ने रूचि नहीं दिखाई है। सिर्फ 30 सीटें आवंटित हुई है। इससे पता चलता है कि छात्रों में नए संस्थान के प्रति उत्साह नहीं है। इसी तरह तकनीकी शिक्षा संचालनालय की ओर से एमसीए की भी दूसरी आवंटन सूची जारी की गई। इसमें करीब 100 सीटें आवंटित हुई है। प्रदेश में एमसीए की साढ़े पांच सौ सीटें हैं। इनमें आधी से ज्यादा खाली है। दूसरे राउंड के प्रवेश का आज अंतिम दिन है। खाली सीटों के लिए कॉलेज स्तर पर काउंसिलिंग होगी। इसके लिए नौ सितंबर से पंजीयन शुरू होगा।

पिछले वर्ष पॉलीटेक्निक कॉलेजों में 37.7 प्रतिशत सीटों में प्रवेश हुए थे, बाकि सीटें खाली रह गई थी। प्रदेश में 32 शासकीय, 14 निजी और एक विश्वविद्यालय में प्रवेश हुए थे। इन संस्थानों में 7,615 सीटें थी, जिसमें 2,875 सीटों में ही प्रवेश हुए थे। इस वर्ष पांच नए कॉलेज खुलने से सीटें बढ़ गई है।

बीटेक के लिए कॉलेज स्तर पर काउंसिलिंग नौ से
बीटेक, एमबीए, एमटेक व बीटेक लेटेरल एंट्री से प्रवेश के लिए दूसरे राउंड की काउंसिलिंग समाप्त हो गई है। खाली सीटों के लिए अब कॉलेज स्तर पर काउंसिलिंग होगी। इसके लिए नौ सितंबर से पंजीयन होगा। 12 सितंबर को मेरिट लिस्ट जारी होगी। इसके अनुसार 15 सितंबर तक एडमिशन दिए जाएंगे। प्रदेश के इंजीनियरिंग कॉलेजों में मैनेजमेंट छोड़कर बीटेक की कुल 9,584 सीटें हैं। दो राउंड के बाद 5 हजार से अधिक सीटों में प्रवेश हुए हैं।

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