एमपी में दो दिन में भूकंप के दो झटके, खौफ में लोग, सिवनी में बीते 4 साल में 50 से अधिक बार हिली धरती

बिगुल
भू-गर्व में कमजोर चट्टान क्षेत्र के कारण सिवनी शहर सहित आसपास वर्षाकाल में भूकंप दर्ज होने की सिलसिला जारी है। एक व दो सितंबर को 33 घंटे के भीतर दो बार राष्ट्रीय सिस्मोलाजी सेंटर में रिक्टर स्केल में 2.5 तथा 2.2 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया है। हालाकि दोनों भूकंप के झटकों से कोई नुकसानी अब तक सामने नहीं आई है।
भूकंप से लोगों में कुछ क्षण के लिए दहशत फैला दी। सोमवार दोपहर 2.52 बजे भी भूकंप ने शहरवासियों को हिला दिया। एक दिन पहले 1 सितंबर की अल सुबह 6.09 बजे भी 2.2 तीव्रता का भूकंप सिवनी में दर्ज किया गया है। भूकंप का केंद्र आमाझिरिया गांव होने के कारण लोगों को इसका पता नहीं चला।
दोनों भूकंप का केंद्र भूमि की सतह से पांच व सात किलोमीटर गहराई में था। जबकि सोमवार को आए भूकंप का केंद्र छिंदवाड़ा रोड़ हाईवे में बम्होड़ी ब्रिज के करीब था। भू-गर्व की कमजोर चट्टानें से भूकंपभू-विज्ञानियों के मुताबिक भू-वर्ग में मौजूद चट्टानों के वीक जोन रीजन (कमजोर क्षेत्र) में सिवनी जिला आता है।
कई सालों से आ रहा भूकंप
वर्षाकाल में पानी की ओडिंग-अनलोडिंग (दबाव बढ़ने व घटने से) से चट्टानों में तनाव बढ़ने के कारण भूकंप आने का सिलसिला कई सालों से बना हुआ है। कमजोर चट्टान भू-गर्व की खाली जगह भरने खिसकती है। इससे तैयार ऊर्जा (एनर्जी) भू-गर्व से बाहर निकलने के कारण भूकंप के झटके महसूस हो रहे हैं।



