उफान पर शिवनाथ नदी: जलाशयों से छोड़े गए पानी, कई गांवों पर बाढ़ का मंडराया खतरा, प्रशासन अलर्ट

बिगुल
दुर्ग जिले में पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश ने जनजीवन को प्रभावित करना शुरू कर दिया है. लगातार वर्षा के चलते जिले के प्रमुख जलाशयों से भारी मात्रा में पानी छोड़ा गया है, जिससे शिवनाथ नदी उफान पर है और बाढ़ का खतरा गहराने लगा है. स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन, पुलिस, जल संसाधन विभाग और एसडीआरएफ अलर्ट मोड पर आ गए हैं.
उफान पर शिवनाथ नदी, जलाशयों से छोड़े गए पानी
दरअसल दुर्ग जिले में तीन दिनों में औसतन 29.5 मिमी बारिश दर्ज की गई है. वहीं तीन दिनों से वर्षा के कारण अलग-अलग जलाशयों से 60 हजार 500 सौ क्यूसेक पानी छोड़ने से शिवनाथ नदी उफान पर है और बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. भारी बारिश के कारण मोंगरा जलाशय से 51,700 क्यूसेक, घुमरिया जलाशय से 8,800 क्यूसेक और खटोला जलाशय व सूखा नाला से 1,000 क्यूसेक पानी शिवनाथ नदी में छोड़ा गया है.
कई गांवों पर बाढ़ का मंडराया खतरा
इन सभी जल स्रोतों का प्रवाह शिवनाथ में मिलकर नदी के जलस्तर को खतरनाक स्तर तक पहुंचा रहा है. महमरा एनीकट का जलस्तर 4 फीट तक बढ़ चुका है और रात तक इसमें और वृद्धि की संभावना जताई जा रही है, हालांकि स्थिति गंभीर है, फिर भी कई लोग जान जोखिम में डालकर एनीकट पार करते और उफनती नदी में सेल्फी लेते देखे गए. वहीं कोतवाली टीआई ममता शर्मा ने टीम के साथ मौके पर पहुंचकर ऐसे लोगों को हटाया और समझाइश दी. सुरक्षा के लिहाज से नदी किनारे बैरिकेडिंग की गई है.
प्रशासन ने जारी किया अलर्ट
एसडीआरएफ कमांडेंट नागेंद्र सिंह ने बताया कि दुर्ग जिले में लगातार बारिश को देखते हुए शिवनाथ नदी और आसपास के क्षेत्रों में अलर्ट जारी कर दिया गया है. ग्रामीणों, सरपंच और पंचों को निर्देश दिया गया है कि गांव में पानी आने की स्थिति में तुरंत सूचना दें. एसडीआरएफ की 50 से अधिक जवानों की टीम को तैयार रखा गया है. नदी किनारे बसे गांवों में मुनादी कराकर लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है.
जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता आशुतोष सारस्वत ने बताया कि जलाशयों से छोड़े गए पानी की वजह से शिवनाथ नदी में जलस्तर तेजी से बढ़ा है. उन्होंने नागरिकों से अपील की है कि सुरक्षा के लिहाज से नदी में न जाएं और सेल्फी लेने जैसी गतिविधियों से बचें. आवश्यकता पड़ने पर गार्डों की तैनाती भी की जाएगी।प्रशासन की ओर से स्पष्ट संदेश दिया गया है कि स्थिति गंभीर है और किसी भी तरह की लापरवाही जानलेवा हो सकती है. लोगों से सतर्क और सहयोगी बने रहने की अपील की गई है.



