महतारी वंदन योजना से छत्तीसगढ़ में क्यों बाहर हुईं 80 हजार महिलाएं? जानें वजह

बिगुल
छत्तीसगढ़ में महतारी वंदन योजना को लेकर बड़ी खबर सामने आई है, जहां इस योजना से पिछले एक साल में करीब 80 हजार महिलाओं को बाहर कर दिया गया है. जिसकी वजह भी सामने आई है.
महतारी वंदन योजना से कटे 80 हजार महिलाओं के नाम
बीजेपी सरकार ने साल 2024 में महिलाओं के लिए शुरू की गई महतारी वंदन से 80 हजार महिलाओं के नाम हटाए जा रहे हैं. इनमें से मुख्य उन महिलाओं के नाम हटाए गए हैं, जिनकी मौत हो चुकी है फिर भी उनके खाते में पैसे ट्रांसपर किए जा रहे थे. आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सुपरवाइजर, हितग्राहियों के परिवार वालों से मृत्यु की जानकारी देरी से मिलने की वजह से विभाग की ओर से राशि जारी की जा रही थी. वहीं इस योजना की 47 हजार हितग्राहियों की मौत हो चुकी है. इनके नाम काटे गए है.
इन महिलाओं के क्यों कटे नाम?
दरअसल ऐसी महिलाएं जिन्होंने योजना में दोनों ऑनलाइन और ऑफलाइन माध्यम से रजिस्ट्रेशन किया है, जिनका आधार कार्ड दस साल पुराना होने की वजह से एक्टिव नहीं था. महिलाएं सरकारी सेवाओं में कार्यरत होने के बावजूद योजना का लाभ ले रही थी. योजना के तहत संदिग्ध लाभार्थियों को चिन्हित कर ऐसी महिलाओं के नाम भी योजना से हटाए गए हैं. कुछ लाभार्थियों से राशि वसूली जा रही वहीं कुछ का पेमेंट रोका गया है.
क्या है महतारी वंदन योजना?
महतारी वंदन योजना छत्तीसगढ़ की महिलाओं के लिए चलाई जा रही एक सरकारी योजना है. इस योजना के तहत विवाहित या विधवा महिलाएं जिनकी उम्र 21 साल से ज्यादा है उन्हें छत्तीसगढ़ सरकार की तरफ से हर महीने 1000 रुपए की राशि दी जाती है. इसके पंजीयन के लिए आधार कार्ड, राशन कार्ड और बैंक पासबुक ली जाती है. इन दस्तावेजों के वेरिफिकेशन के बाद आंगनबाड़ी सुपरवाइजर द्वारा योजना का लाभ पाने के लिए अप्रूव किया जाता है.
बता दें कि बीजेपी सरकार बनने के बाद से मार्च 2024 से हर महीने महिलाओं को पैसे दिए जा रहे हैं और अब तक महतारी वंदन योजना की 15 किस्त जारी जा चुकी है. जिसमें करीब 70 लाख पात्र महिलाओं को अब तक 9 हजार 788 करोड़ रुपये दिए जा चुके हैं.