आईईडी की चपेट में आने से युवक की मौत, नक्सलियों ने सुरक्षा बलों के लिए लगाया था, मासूम ने गंवाई जान

बिगुल
रायपुर. छत्तीसगढ़ के बीजापुर में एक बार फिर नक्सलियों की कायराना करतूत सामने आई है। यहां आईईडी यानी इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस की चपेट में आने से एक मासूम की मौत हो गई. दरअसल, ये डिवाइस नक्सलियों ने सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने के लिए लगाई थी
18 साल का था युवक
ये घटना शनिवार, 20 अप्रैल की बताई जा रही है। मृतक गंगालूर थाना क्षेत्र के पटेलपारा मुतवेंडी का रहने वाला था। शनिवार को 18 साल का आदिवासी युवक मुतवेंडी से 3 किमी दूर वनोपज संग्रहण करने गया था। इस दौरान ग्रामीण चपेट में आ गया और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। इस घटना की जानकारी बीजापुर एसपी जितेंद्र यादव ने दी है।
कुछ दिनों पहले ही हुआ था ब्लास्ट
बीजापुर जिले में करीब 10-11 दिन पहले इसी प्रकार की घटना हुई थी। मिरतुर थाना क्षेत्र के डुमरीपालनार से हिरोली के मध्य सड़क पर सुरक्षा बल के जवानों को नुकसान पहुंचाने के मकसद से नक्सलियों ने आईईडी लगाई थी। इसकी चपेट में आने एक मजदूर की मौत हो गई थी।
आईईडी क्या होता है?
इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस एक तरह का बम होता है, लेकिन ये मिलिट्री के बमों से कुछ अलग होता है। इसे कर्मियों या संपत्ति को नष्ट करने या क्षति पहुंचाने के लिए डिजाइन किया गया है। इसका प्रयोग आंतकी बड़े पैमाने पर करते हैं। इस बम से ब्लास्ट होते ही मौके पर ही आग लग जाती है। दरअसल, इसमें घातक और आग लगाने वाले केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है। आतंकवादी खासकर इसे सड़क के किनारे रखते हैं, ताकि इस पर पैर पड़ने या गाड़ी का पहिया चढ़ते ही ब्लास्ट हो जाए।