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कौन बनेगा सीएम : भाजपा ने शुरू किया मंथन, वरिष्ठ नेताओं ने शुरू की लॉबिंग, भाजपा नेता छगन लाल मूंदड़ा का बयान

बिगुल

रायपुर. भाजपा के पूर्ण बहुमत के साथ चुनाव जीतते ही अब एक सवाल सबके मन में आने लगा है और ये सवाल है कि प्रदेश का अगला मुखिया कौन होगा। चुनाव परिणाम आने के बाद से ही भाजपा की तरफ से सीएम कौन होगा, इस पर लगातार चर्चा जारी है।

देखिए किन चेहरों पर भाजपा कर सकती है मंथन.

डॉ रमन सिंह

डॉ रमन सिंह 2003 से लेकर 2018 तक प्रदेश के सीएम रह चुके हैं। प्रदेश प्रभारी ओम माथुर और केंद्रीय नेतृत्व ने उन पर भरोसा जताते हुए इस पूरे चुनाव में उन्हें आगे ही रखा। डॉ रमन सिंह ने विधानसभा चुनाव में 25 हजार से ज्यादा वोटों से जीत हासिल की है। कयास लगाए जा रहे हैं कि इस जीत के बाद अब डॉ रमन सिंह का कद और बढ़ाया जा सकता है।

अरुण साव

भाजपा ने चुनाव से एक साल पहले ओबीसी वोटर्स को साधने के लिए अरुण साव को छत्तीसगढ़ भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया। बिलासपुर से सांसद के पद पर होते हुए भी भाजपा लोरमी विधानसभा सीट से अपना उम्मीदवार बनाया। अरुण साव ने भारी मतों से जीत भी हासिल कर ली है। अब देखना यह होगा की सीएम पद के लिए आलकमान अरुण साव के नाम पर मुहर लगाती है या नहीं।

ओपी चौधरी

अधिकारी से राजनेता बने ओपी चौधरी का नाम भी सीएम बनने की रेस में शामिल है। ओ.पी. चौधरी ने 2018 विधानसभा चुनाव से पहले कलेक्टर के पद से इस्तीफा देने के बाद भाजपा का दामन थाम लिया था। पिछले चुनाव में खरसिया से उन्हें हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन इस बार हुए चुनाव में ओपी चौधरी ने 64 हजार से ज्यादा वोटों से जीत हासिल की है। युवा चेहरा होने के साथ-साथ ओपी चौधरी एक अच्छे अधिकारी भी रह चुके हैं। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि, भाजपा आलाकमान ओपी चौधरी को छत्तीसगढ़ का अगला सीएम बना सकता है।

विष्णुदेव साय

विष्णुदेव साय एक दिग्गज आदिवासी नेता होने के साथ-साथ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के पद भी रह चुके हैं। विष्णुदेव साय आदिवासी समाज में अच्छी पकड़ रखते है। चुनाव से पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने बयान में कहा था कि अगर विष्णुदेव साय जीतते हैं तो उन्हें बड़ा पद दिया जाएगा। अमित शाह के बयान और चुनाव में विष्णुदेव साय की जीत के बाद उन्हें सीएम बनाने की चर्चा तेज हो गई है।

रेणुका सिंह

रेणुका सिंह केंद्रीय राज्य मंत्री है और उन्होंने हाल ही हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के गुलाब कमरों को हराकर जीत हासिल की है। रेणुका सिंह केंद्रीय नेतृत्व की करीबी नेता मानी जाती है। इसके साथ ही मतगणना से कुछ घंटो पहले पीएम मोदी से उन्होंने मुलाकात की थी। पीएम मोदी और रेणुका सिंह की मुलाक़ात के बाद से ही कयास लगाए जा रहे हैं कि रेणुका सिंह भी प्रदेश की अगली सीएम हो सकती है।

सरोज पांडेय

भाजपा की तरफ से सीएम पद के दावेदारों में सबसे चौकाने वाला नाम है सांसद सरोज पांडेय का। सरोज पांडेय ने विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा है, लेकिन फिर भी सीएम की रेस में उनका नाम शामिल है। ऐसा इसलिए क्योंकि सरोज पांडेय को केंद्रीय नेतृत्व का विश्वसनीय नेता माना जाता है। हाल ही में पार्टी ने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का पद देते हुए उन्हें प्रदेश के दिग्गज नेताओं की पंक्ति में शामिल किया था। सरोज पांडेय की पहचान आक्रमक और तेज तर्रार नेत्री के रूप में की जाती है। अब देखना यह होगा कि पार्टी आलाकमान सीएम पद के लिए किस नेता के नाम पर मुहर लगाती है।

कार्यकर्ताओं के तप, धैर्य और संघर्ष की जीत : छगन लाल मूंदड़ा

भाजपा नेता छगन लाल मूंदड़ा ने पार्टी की सत्ता में वापसी का स्वागत करते हुए कहा कि यह जीत, भाजपा के लाखों कार्यकर्ताओं के तप, धैर्य और संघर्ष की जीत है, ये हिंदुत्व की जीत है।

प्रदेश सह कार्यालय प्रभारी छगन लाल मूंदड़ा ने कहा कि जिस दिन कांग्रेस ने अपना नारा बदलते हुए यह संदेश दिया कि भूपेश नही कांग्रेस पर भरोसा, उसी दिन भाजपा की जीत तय हो गई थी। दरअसल भूपेश बघेल इसके बाद हतोत्साहित हो गये। उन्हें लगा कि दुबारा सीएम बनना मुश्किल है नतीजन उन्होंने, उनकी टीम और समर्थकों ने चुनाव प्रचार में रुचि लेना छोड़ दिया था। पार्टी हतोत्साहित हो गई थी। जनता कांग्रेस को सबक सिखाने को तैयार बैठी थी, अंततः उसने कांग्रेस से मुक्ति पा ली।

श्री मूंदड़ा ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री डा रमन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव एवं प्रदेश प्रभारी ओम माथुर के नेतृत्व और मार्गदर्शन में सबने मिलकर काम किया।

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