ब्रेकिंग : भारतमाला सड़क परियोजना घोटाले के आरोपी मास्टर माइंड हरमीत सिंह खनुजा को अदालत ने भेजा जेल, अन्य आरोपियों की भी जमानत खारिज, पूरा मामला जानिए
बिगुल
रायपुर. भारतमाला सड़क परियोजना घोटाले के आरोपी मास्टर माइंड हरमीत सिंह खनुजा को कल जिला अदालत ने 16 दिन की रिमांड में देते हुए ACB, EOW को कड़ी पुछताछ के लिए ज़ैल भेज दिया गया।
जानते चलें कि इस मामले में विजय जैन, उमा तिवारी, कैदार तिवारी की कल ज़मानत ख़ारिज हो चुकी है और ये सभी पहले ही ज़ैल में बंद हैं। इनके उपर राम मंदिर सहित केन्द्र सरकार व किसानों का अरबों रुपए ग़बन करने का आरोप है।
इस मामले में EOW के बाद ED की इंट्री हो गई है। इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने भी जांच शुरू कर दी है। जल्द ही इस मामले में ED की ओर से ECIR दर्ज की जाएगी। वहीं, EOW की टीम तत्कालीन एसडीएम निर्भय साहू, तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक रोशन लाल वर्मा और पटवारियों की तलाश कर रही है।
दशमेश डेवलपर्स के ऑफिस में मारा छापा था
ACB-EOW ने विगत दिनों तेलीबांधा स्थित दशमेश डेवलपर्स के ऑफिस में दबिश दी। जहां ऑफिस में 5-6 अफसर दस्तावेजों की जांच की थी मुआवजा राशि गड़बड़ी में दशमेश इन्स्टा वेंचर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का डायरेक्टर हरमीत खनूजा EOW की गिरफ्त में है।
जमीन और फ्लैट में किया गया निवेश
पिछले दिनों रिमांड में लिए गए 4 आरोपियों से EOW ने अधिकारियों ने पूछताछ की, इसमें प्रारंभिक जांच में यह बात समाने आई है कि भ्रष्टाचार के पैसों को जमीन, मकान और फ्लैट में निवेश किया गया है। घोटाले में शामिल अधिकारियों ने रिश्तेदारों के नाम से जमीन खरीदी है। और ब्लैक मनी को वाइट में कन्वर्ट किया है।
हरमीत की भूमिका मुख्य
EOW की टीम ने दशमेश इन्स्टा वेंचर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी से कई दस्तावेज जब्त कर अपने साथ ले गई है। इनमें कई डिजिटल डिवाइस भी जब्त किए गए है। जांच में यह बात सामने आई कि यह कंपनी तहसीलदार मनप्रीत कौर के पति हरमीत सिंह खनूजा और एसडीएम शशिकांत कुर्रे की पत्नी भावना कुर्रे की कंपनी है।
हरमीत खनूजा और भावना दोनों कंपनी के डायरेक्टर हैं। पूरे मामले में हरमीत की भूमिका सबसे मुख्य है। हरमीत ने ही अधिकांश किसानों से संपर्क कर उन्हें मुआवजे से ज्यादा पैसा दिलाने का झांसा दिया और उसने जमीन खरीदी थी।