ब्रेकिंग : चंद्रयान 3 ने रचा इतिहास, चांद पर की सफल लैंडिंग, पीएम मोदी ने दी वैज्ञानिकों को बधाई..एक बार मिशन असफल होने के बाद वैज्ञानिक सोमनाथ रो पड़े थे, मोदी ने जगाई थी उम्मीद..देखिए विडियो
बिगुल
चंद्रयान-3 ने इतिहास रच दिया है। चंद्रयान 3 ने चांद की सतह पर सुरक्षित लैंडिंग की है। ये भारत के लिए ऐतिहासिल पल है। दुनियाभर के लोग भारत के इस मिशन पर नजर बनाए हुए थे।
इस मौके पर पीएम मोदी का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा, ‘ये क्षण अभूतपूर्व है। इंडिया इज नाउ ऑन द मून।’
इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने चंद्रयान-3 मिशन की सफलता पर अपनी टीम को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि ये बहुत खुशी की बात है और ये कोई आसान काम नहीं था। चंद्रयान 2 से हमे बहुत कुछ सीखने को मिला था। अगले 14 दिन काफी रोचक होने वाले हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि चंद्रयान 3 की चंद्रमा पर सफल लैंडिंग हो गई है। चांद के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला भारत पहला देश है। अब बच्चे कहेंगे कि चंदा मामा, बस एक टूर के हैं।
चंद्रयान 3 ने इतिहास रच दिया है। वह चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक उतर गया है। इसके पहले
चंद्रयान 3 ने दूसरा चरण भी सफलतापूर्वक पूरा किया
चंद्रयान 3 ने दूसरा चरण भी सफलतापूर्वक पूरा किया है।
कार्यक्रम, ISRO कमांड सेंटर से जुड़े
चंद्रयान की लैंडिंग के लाइव कार्यक्रम में पीएम मोदी भी जुड़ गए हैं। वे पल-पल का अपडेट ले रहे हैं। वे ISRO कमांड सेंटर से जुड़ गए हैं।
चंद्रयान-3 के चंद्रमा पर उतरने से पहले गायक कैलाश खेर ने कहा, ‘भारत से प्यार करने वालों के लिए यह गर्व का क्षण है कि चंद्रयान उतरने जा रहा है। विज्ञान और अंतरिक्ष जटिल विषय हैं लेकिन मैं अपने साथी भारतीयों को सलाम करता हूं क्योंकि वे इसके लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं और उन्हें आज के नेतृत्व का समर्थन प्राप्त है। मैं हमारे भारतीय मूल्यों, हमारी सनातन परंपराओं को सलाम करता हूं और सभी भारतीयों को शुभकामनाएं देता हूं कि यह शुभ अवसर यहां है। यह उन सभी के लिए एक बड़ा क्षण है जो भारत से प्यार करते हैं। थोड़ी ही देर में भारत एक रिकॉर्ड बनाने वाला है।’
असफल होने के बाद मिली सफलता
पिछली बार चंद्रयान २ जब असफल हुआ था और मोदी जी हमारे वैज्ञानिकों को सांत्वना दे रहे थे तब दोनों की आँखों में आँसू थे, उस वक़्त इसी विपक्ष ने उनका मज़ाक़ बनाया था लेकिन पीएम मोदी ने कहा था कि हम फिर कोशिश करेंगे और जरूर सफल होंगे। आज उसी पीएम मोदी के विज़न और इसरो को पूरी सहायता और हमारे वैज्ञानिकों पर पूर्ण विश्वास का ही परिणाम है कि चंद्रयान दो सफल रहा।