ब्रेकिंग : हसदेव वन कटाई के खिलाफ आगे आए राहुल गांधी, आंदोलनकारियों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं, सिंहदेव का डबल स्टैण्डर्ड दिखाई दिया
बिगुल
रायपुर. भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के दौरान जननायक, सांसद राहुल गांधी ने ’हसदेव बचाओ’ के प्रतिनिधियों से रायगढ़ में मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं.
सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी ने स्थानीय ग्रामीणों से मुलाकात की तथा हसदेव वन कटाई के दौरान आने वाली तकलीफों को जाना. उन्होंने आश्वस्त किया कि कांग्रेस पार्टी आपके साथ है. बताया जाता है कि इस दौरान आंदोलनकारियों को इस मुलाकात से दूर रखा गया था. सिर्फ ग्रामीणों से ही मुलाकात करवाई गई.
एक आंदोलनकारी ने कहा कि शायद कांग्रेस के स्थानीय नेताओं को डर था कि कहीं आंदोलनकारी पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की नाकामियों को राहुल गांधी के सामने ना रख दें इसलिए उन्हें नही मिलने दिया गया. जानते चलें कि श्री गांधी सालों पहले जब विदेश यात्रा पर थे तो वहां पर एक एनजीओ के प्रतिनिधि ने हसदेव खनन का मुददा उठाया था जिस पर गांधी ने इसे देखने का आश्वासन दिया था. तब छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार थी. राहुल गांधी ने वादा किया था कि वे हसदेव आंदोलन को संज्ञान में लेंगे मगर कुछ ना हो सका.
इसी तरह जब कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने न्याय यात्रा निकाली थी तब एक पत्रकार ने उनसे पैदल चलकर इस मुददे पर बात की थी. उस समय गांधी के साथ तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव भी साथ थे. तब श्री बघेल ने सफाई देते हुए कहा था कि हसदेव वन कटाई की अनुमति केन्द्र सरकार ने दी है. हमारी राज्य सरकार ने तो बहुत से ऐरिया बरवाद होने से बचाया है. उस समय टी एस सिंहदेव ने चुप्पी साध रखी थी श्री बघेल ने यह भी कहा था कि यदि सिंहदेव चाह लेंगे तो उस इलाके में एक डाली तक नही कट सकती.
लेकिन जैसे ही प्रदेश से कांग्रेस की सरकार विदा हुई अब टी एस सिंहदेव हसदेव बचाओ आंदोलनकारियों के साथ खड़े हो गए हैं. जनता के बीच इसे डबल स्टैंडर्ड कहा जा रहा है और पार्टी किरकिरी भी हो रही है.
दूसरी ओर अभी अभी प्रदेश में राहुल गांधी की न्याय यात्रा प्रवेश की है तब रायगढ़ के समीप हसदेव बचाओ आंदोलन जोरों पर है और प्रदेश की भाजपा सरकार पर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं. भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के दौरान राहुल गांधी ने कल इन आंदोलनकारियों से मुलाकात की तथा वस्तुस्थिति को जाना समझा. उम्मीद की जा रही है कि राहुल गांधी के हस्तक्षेप के बाद कांग्रेस का रूख हसदेव बचाओ आंदोलन पर बदल सकता है.