ब्रेकिंग : रायपुर उत्तर से कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ीं, पार्षद अजीत कुकरेजा पर नामांकन दाखिल करने का दबाव, सिंधी समाज ने किया 11 रुपये का दान, सीएम की अपील भी काम ना आई, नही मना सकी पार्टी
बिगुल
रायपुर उत्तर विधानसभा सीट से पार्षद अजीत कुकरेजा ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला कर लिया है जिसके बाद वे आज बड़ी रैली निकालकर अपना नामांकन भर सकते हैं। आज उन्हें मनाने की सारी कोशिशें असफल हो गईं। यहां तक कि सीएम की अपील का भी कोई असर नहीं पड़ा।
सूत्रों ने बताया कि पार्षद और मेयर इन कौंसिल के सदस्य अजीत कुकरेजा कल निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर अपना नामांकन दाखिल कर सकते हैं उन्होंने इसके पीछे समर्थकों और सिंधी समुदाय का दबाव बताया है सभी चाहते हैं कि वह चुनाव लड़े कुकरेजा ने कहा कि मैंने पिछले 10 साल से इस सीट पर मेहनत की है, पार्टी के लिए काम किया है, जनाधार बनाया है। पिछली बार भी टिकट मांगी थी लेकिन अंत समय में आश्वासन देकर टिकट काट दी गई थी। इसलिए इस बार उन्हें टिकट मिलने की उम्मीद थी लेकिन फिर धोखा हुआ।
कुकरेजा ने कहा कि रायपुर उत्तर की जनता बदलाव चाहती है और विकास के लिए युवा चेहरा चाहती है इसलिए मेरे समर्थक और सिंधी समाज के लोग चाहते हैं कि चुनाव लड़ूं। सिंधी समाज ने भी एकजुट होकर भाजपा और कांग्रेस से नाराजगी जताई है किसी भी सिंधी नेता को अपना प्रत्याशी नहीं बनाया जिसके बाद समझने उन्हें चुनाव लड़ने का आदेश दिया है, बताया जाता है कि कई लोगों ने 11 रुपए का आर्थिक दान किया है ताकि नामांकन भरने में मदद हो सके।
दरअसल अजीत कुकरेजा के पिता आनंद कुकरेजा कॉन्ग्रेस के पुराने सीनियर नेता रहे हैं, पार्षद भी रह चुके हैं पार्टी में बड़े स्तर पर बड़ी पहुंच रखते हैं यही वजह रही कि अजीत कुकरेजा टिकट के प्रबल दावेदार रहे लेकिन विधायक कुलदीप जुनेजा से उनकी कभी न बन सकी। जुनेजा अजीत का सार्वजनिक विरोध भी करते रहे। 2018 में भी जब पार्टी अजीत कुकरेजा को पार्षद टिकट दे रही थी तो कुलदीप ने खुलकर विरोध किया था इस्तीफा देने की धमकी दी थी जिसके बाद सीएम भूपेश बघेल ने जुनेजा को मनाया था और अजीत कुकरेजा को टिकट दे दी थी।
सूत्रों के मुताबिक हाल ही में सीएम हाउस में महापौर एजाज ढेबर के नेतृत्व में एक बैठक हुई तो सीएम ने सभी को पार्टी के पक्ष में चुनाव लड़ने प्रत्याशियों को जिताने का निर्देश दिया उन्होंने विशेष तौर पर अजीत कुकरेजा को समझाया कि हमने पूरी कोशिश की और आप टिकट के प्रबल दावेदार भी रहे, अभी काफी समय बचा है, लंबी राजनीतिक पारी खेलनी है इसलिए प्रत्याशी का साथ देते हुए रायपुर उत्तर से पार्टी प्रत्याशी को जिताना चाहिए। अजीत को अंतिम समय तक मनाने की कोशिश जारी है।