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ब्रेकिंग : साईं बाबा हॉस्पिटल ने किया मुफ्त सुविधाएं देने का ऐलान, अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. स्वाति महोबिया ने महिलाओं ​को किया सम्मानित

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के इस कार्यक्रम में साईं बाबा हॉस्पिटल की डायरेक्टर स्वाति महोबिया ने कार्यक्रम में आमंत्रित महिला हस्तियों का सम्मान किया जो विविध क्षेत्रों में सक्रिय हैं. साथ ही महिलाओं को बीमारियों से बचने के उपाय एवं महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए जागरूक किया. पुलिस से ​सेवानिवृत्त डीएसपी संध्या द्विवेदी ने उपस्थित महिलाओं को उनके कानूनी अधिकारों के बारे में बताकर जागरूक किया.

आपको बता दें कि डॉ. स्वाति महोबिया का नाम पूरे प्रदेश भर में सबसे सफल गायनोलॉजिस्ट के रूप में चर्चित ह। इसके साथ ही साईं बाबा हॉस्पिटल रायपुर में आईवीएफ सेंटर के लिये फेमस है। उन्होंने बताया कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर साईं बाबा हॉस्पिटल के द्वारा फ्री कैंसर स्क्रिनिंग ओपीडी, एक्सपर्ट कंसलटेशन,मुफ्त डाइटेशन कंसलटेशन आदि की सुविधा दी जाएगी। यह स्किम 8 मार्च से 8 अप्रैल तक चलेगा.

आइवीएफ चिकित्सा सस्ते में, मुफत सलाह भी
पत्रकारों से चर्चा करते हुए डॉ.स्वाति महोबिया ने बताया कि हर महिला के लिए मां बनने का अहसास बेहद खास होता है। कहते हैं कि एक बच्चे के साथ मां का भी नया जन्म होता है लेकिन किसी वजह से अगर कोई औरत मां नहीं बन पाती, तो यह किसी कमी की ओर संकेत करता है। यदि शादी के 5 साल तक तमाम कोशिशों के बाद भी कपल्स को गर्भधारण करने में दिक्कत आती है, तो उन्‍हें आईवीएफ की सलाह दी जाती है।

आईवीएफ तकनीक से बांझपन का इलाज
डॉक्‍टर महोबिया ने बताया कि यह बहुत सरल तकनीक है। यह प्रक्रिया कई चरणों में पूरी होती है, जिनमें ओवेरियन स्टिमुलेशन, महिला की ओवरी से एग निकालना, पुरूष से स्पर्म लेना, फर्टिलाइजेशन और महिला के गर्भ में भ्रूण को रखना शामिल है। आइवीएफ के एक साइकल में दो से तीन सप्ताह लग सकते हैं। जानते चलें कि आइवीएफ ट्रीटमेंट में महिला के अंडों और पुरूष के शुक्राणुओं को मिलाया जाता है। जब इसके संयोजन से भ्रूण बन जाता है, तब उसे वापस महिला के गर्भ में रख दिया जाता है। कहने को यह प्रक्रिया काफी जटिल और महंगी है, लेकिन यह प्रक्रिया उन लोगों के लिए वरदान है, जो कई सालों से गर्भधारण की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन सफल नहीं हो पा रहे हैं।

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