पकड़ी गई महिला नक्सली मैंगो, पुलिस मुठभेड़ में पैर में गोली लगने से हुई थी घायल

बिगुल
धमतरी. ओडिशा पुलिस ने नबरंगपुर से एक महिला नक्सली को पकड़कर धमतरी पुलिस को सौंप दिया है.विगत 12 अप्रैल को एकवारी के जंगल हुए पुलिस मुठभेड़ में शामिल महिला नक्सली के पैर में गोली लगी थी, जिसका वह अस्पताल में इलाज करा रही थी.
ओडिशा पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, शनिवार की सुबह पुलिस एसओजी और सीआरपीएफ कुंदई की संयुक्त टीम नक्सल विरोधी सर्च आभियान पर निकली थी, उसी दौरान पुलिस पार्टी को एकावारी में एक घायल महिला नक्सली मिली. महिला नक्सली की पहचान मैंगो नुरेटी उर्फ सिंधु (25 वर्ष) के तौर पर की गई है.
ओडिशा पुलिस को पूछताछ में पता चला है कि धमतरी के बोराई थाना इलाक़े के एकावरी जंगल में बीते 12 अप्रैल को जवानों और नक्सलियों के बीच हुए मुठभेड़ वही शामिल थी. मैंगो 2021 से सीतानदी एरिया कमेटी के साथ दीपक मंडावी उर्फ अरुण के नेतृत्व में काम कर रही थी.
हाल के दिनों में महिला नक्सलियों की भूमिका बढ़ी है। मिली जानकारी के मुताबिक महिला नक्सलियों ने ही दंतेवाड़ा और बीजापुर की मुठभेड़ में बलिदान हुए सुरक्षाबलों के जवानों से हथियार एकत्र करके उनके पार्थिव शरीर को क्षतविक्षत करते देखी गई थीं। वहीं मारी गई महिला नक्सलियों में दो महिला नक्सली ललिता और मांडवी पर भी 25-25 लाख का इनाम था। शंकर राव, ललिता और मांडवी डीवीसी रैंक के लीडर थे।
दूसरी ओर बीएसएफ और डीआरजी की टीमों द्वारा 16 अप्रैल को एक संयुक्त अभियान शुरू किया गया था। तभी माओवादी की तरफ से गोलीबारी हुई और बीएसएफ सैनिकों ने उनके खिलाफ प्रभावी ढंग से जवाबी कार्रवाई की। बता दें कि छत्तीसगढ़ दूसरा सबसे नक्सली प्रभावित राज्य है। गृह मंत्रालय के मुताबिक छत्तीसगढ़ के 14 जिले नक्सल प्रभावित हैं।
छत्तीसगढ़ के कांकेर में नक्सलियों के खिलाफ बीएसएफ की विशिष्ट खुफिया जानकारी के आधार पर बीएसएफ और डीआरजी द्वारा एक संयुक्त अभियान शुरू किया गया था। ऑपरेशन में बड़ी सफलता मिली क्योंकि सैनिकों ने शीर्ष नक्सली कमांडर शंकर राव सहित 29 नक्सलियों को मार गिराया।



