टॉपर्स से मिले छत्तीसगढ़ के प्रतिभागी, आइएएस आइपीएस ने दिया सक्सेज होने का मंत्र, कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर भुरे, एसएसपी प्रशांत अग्रवाल, नगर निगम आयुक्त मयंक चतुर्वेदी का आयोजन
बिगुल
रायपरु. छत्तीसगढ़ में बड़े लेवल के परीक्षाओं की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों के लिए आज का दिन खास रहा है। आज स्थानीय प्रतिभागियों को देश की सबसे बड़ी परीक्षा यूपीएससी के वर्ष 2022 के टॉपर्स से मिलने और उनसे परीक्षा के बारे में जानने का अवसर मिला है। जिला प्रशासन ने आज रायपुर के दीनदयाल ऑडिटोरियम में टॉपर्स टॉक का आयोजन किया। इस टॉपर्स टॉक में टॉपर्स ने यूपीएससी परीक्षा के बारे में परीक्षार्थियों को पूरी जानकारी दी। इसके साथ ही अभ्यर्थियों के ओर से पूछे गए सवालों का समाधान भी किया।
इस टॉक में सिविल सेवा परीक्षा की टॉपर इशिता किशोर के साथ सेकंड टॉपर गरिमा लोहिया, नौवाँ स्थान प्राप्त करने वाली कनिका गोयल, 17वीं रैंक पर रहे अविनाश कुमार, छत्तीसगढ से सर्वाेच्च रैंक पाने वाले अभिषेक चतुर्वेदी और 2021 की परीक्षा से भारतीय प्रशासनिक सेवा में चयनित प्रखर चंद्राकर ने सभी प्रतिभागियों को परीक्षा के बारे में अपने अनुभव साझा किए।
टॉपर्स टॉक कार्यक्रम में जाने के लिए दीनदयाल उपाध्याय आडिटोरियम में सुबह से ही राजधानी रायपुर समेत प्रदेश के अन्य जिलों के प्रतिभागियों की भीड़ जुटने लगी थी। भारी भीड़ में तैयारी कर रहे युवा टॉपर्स को सुनने और उनके टिप्स लेने के लिए बड़ी संख्या में मौजूद रहे। इस शो को इंस्टाग्राम, यूट्यूब और फेसबुक के लाइव लिंक के से भी करीब 8 हजार प्रतिभागियों ने ऑनलाइन माध्यम से रूबरू हो रहे थे। इस टॉपर्स टॉक की शुरूआत छत्तीसगढ़ के राजगीत अरपा पैरी की धार से हुई।
टॉपर्स टॉक समारोह में छत्तीसगढ़ की सभ्यता और संस्कृति से रूबरू कराते हुए रायपुर कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर भुरे, एसएसपी प्रशांत अग्रवाल, नगर निगम आयुक्त मयंक चतुर्वेदी, जिला पंचायत सीईओ अबिनाश मिश्रा और सहायक कलेक्टर जयंत नहाटा ने यूपीएससी टॉपर्स को राजकीय गमछा और वनभैंसा का प्रतीक चिन्ह देकर उन्हें सम्मानित किया।
ऐसे कार्यक्रम से माहौल बनता है: डॉ. सर्वेश्वर भुरे
रायपुर कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर भुरे ने सभी टॉपर्स का छतीसगढ़ शासन की ओर से स्वागत किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि इस टॉक का मुख्य उद्देश्य छतीसगढ़ से अधिक से अधिक प्रतिभागियों को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए प्रेरित करना है। उन्हें सफलता में अधिक से अधिक सहभागिता सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से युवाओं में माहौल बनता है। इससे प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए गंभीर होकर तैयारी करते हैं।