प्राइवेट स्कूल के संचालक से रिश्वत ले रहे थे डीईओ राम ललित पटेल, एसीबी की टीम ने रंगे हाथों पकड़ा

बिगुल
सूरजपुर जिले के डीईओ राम ललित पटेल को प्राइवेट स्कूल के संचालक से एक लाख रुपये की रिश्वत लेने के मामले में सरगुजा एंटी करप्शन टीम ने हाथों गिरफ्तार किया है। डीईओ ने पांच प्राइवेट स्कूल के संचालक से दो लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी। वहीं, अंबिकापुर एसीबी को लगातार डीईओ के खिलाफ रिश्वत मांगे जाने को शिकायत मिल रही थी। इसी बीच लगातार शिकायत मिलने पर एसीबी ने डीईओ को पकड़ने की योजना बनाई थी। सरगुजा संभाग में एसीबी की यह सबसे बड़ी कार्रवाई है, जंहा जिला स्तरीय अधिकारी को रिश्वत लेते पकड़ने में सफलता मिली है।
जानकारी के अनुसार, सूरजपुर के डीईओ राम ललित पटेल ने रामरति पब्लिक स्कूल सहित जिले के चार अन्य स्कूलों छत्तीसगढ़ पब्लिक स्कूल दतिमा, सरस्वती बाल मंदिर सोनपुर, प्रिया बाल मंदिर भटगांव एवं लक्ष्मी विद्या निकेतन नरोला के संचालकों को आरटीआई के तहत मिलने वाली प्रतिपूर्ति की राशि का 10 फीसदी हिस्सा बतौर रिश्वत मांगा था। यह रकम दो लाख रुपये थी।
देर शाम तक चलती रही कार्रवाई
स्कूलों के संचालकों ने इसकी शिकायत एसीबी सरगुजा से की। पहली किश्त में एक लाख रुपये शुक्रवार को दिया जाना था। इसकी शिकायत शिक्षक ने एसीबी अंबिकापुर से कर दी। रिश्वत मांगने की पुष्टि होने पर एसीबी की टीम गुरुवार को सूरजपुर पहुंची। शाम करीब छह बजे कलेक्टोरेट कंपोजिट बिल्डिंग में स्थित डीईओ कार्यालय में जैसे ही निजी स्कूल के संचालक ने उन्हें रिश्वत की रकम दी। एसीबी की टीम ने उन्हें रंगे हाथों पकड़ लिया। एसीबी की कार्रवाई देर शाम तक चलती रही है।
2023 में किए गए थे सस्पेंड
सूरजपुर जिले के जिला शिक्षा अधिकारी रामललित पटेल को राज्य शासन ने सितंबर 2023 में 34 लाख रुपये के मिलेट्स खरीदी में गड़बड़ी के आरोप में निलंबित किया था। इस समय वे बलरामपुर एवं सूरजपुर जिलों के जिला शिक्षा अधिकारी का प्रभार संभाल रहे थे। मिलेट्स की खरीदी दूसरे मद में की गई थी। बाद में बहाली के बाद उन्हें फिर से का शिक्षा विभाग का डीईओ बनाया गया था।