एनटीपीसी, जेपीएल, एमएसपी, इंड एनर्जी पर 60 लाख का जुर्माना, सड़क पर गिर रहा था फ्लाईएश, एमएसपी और इंड सिनर्जी पर साढ़े नौ लाख का जुर्माना

बिगुल
रायगढ. परिवहन के दौरान फ्लाई एश के वाहन से गिरने से आसपास का वातावरण प्रदूषित होता है। बार बार शिकायत पर भी पावर प्लांट और ट्रांसपोर्टर इस पर गंभीरता से रोक नहीं लगाते हैं। एैसा ही असुरक्षित ढंग से फ्लाईएश का परिवहन कर रहे जिंदल पावर लिमिटेड की 19 गाडिय़ों को पर्यावरण विभाग की टीम ने पकड़ा
पर्यावरण विभाग ने कंपनी पर करीब साढ़े नौ लाख का जुर्माना लगाया है। इसी तरह सरकारी उपकम्र एनटीपीसी लारा पर 30 लाख 90 हजार तथा अन्य दो कंपनी पर भी अलग-अलग कारणों से जुर्माना लगाया गया है। जानकारी के मुताबिक जिंदल पावर प्लांट से उत्सर्जित फ्लाई एश को बंद कोयला खदानों में डंप करना है। गारे पेलमा 4/2 व 4/3 माइंस में इसे डाला जा रहा है। प्लांट से माइंस जाने के रास्ते में फ्लाई एश का ढेर लगा है। प्लांट से एश लोड कर निकलने वाली गाडिय़ों से पूरे रास्ते फ्लाई एश गिरता था।
पर्यावरण विभाग की टीम ने मौके का जायजा लिया। 19 गाडिय़ां ऐसी पाई गई जिनसे गीली फ्लाई एश गिर रहा था। पर्यावरण विभाग ने मौके पर जेपीएल के अधिकारियों को तलब किया। वाहनों की जांच करने के बाद 642 मीट्रिक टन फ्लाई ऐश के परिवहन के लिए 1,500 रुपये प्रति टन की दर से 9.63 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया। इसी तरह एनटीपीसी द्वारा गीली फ्लाई ऐश के परिवहन के कारण रायगढ़ से सारंगढ़ तक राष्ट्रीय राजमार्ग-153 पर प्रदूषण हो रहा था। इस वजह से एनटीपीसी (लारा) पर 30.90 लाख रुपये जुर्माना लगाया गया है।
रोड किनारे फ्लाईएश की अवैध डंपिंग के मामले एमएसपी स्टील एंड पावर पर भी कार्रवाई की गई है। महापल्ली चौक से कोतरलिया रोड पर सडक़ किनारे खाली जमीन पर सैकड़ों टन एश डाल दिया गया। पर्यावरण विभाग ने इसकी जांच कर एमएसपी पर साढ़े चार लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। इंड सिनर्जी का बैक फिल्टर काम नहीं कर रहा था। इस वजह से इंड सिनर्जी लिमिटेड (कोटमार) पर 5.10 लाख रुपये और एमएसपी स्टील एंड पावर लिमिटेड (जामगांव) पर 4.50 लाख रुपये का पर्यावरण क्षतिपूर्ति शुल्क लगाया है।



